जेनेवा : अमेरिका ने भ्रष्टाचार के आरोपों में मई में हिरासत में लिये गये फीफा के सात अधिकारियों के प्रत्यर्पण की मांग की है. स्विस अधिकारियों ने आज कहा कि बर्न स्थित अमेरिकी दूतावास ने एक दिन पहले प्रत्यर्पण का आग्रह भेजा है.
इन सातों अधिकारियों को फीफा कांग्रेस शुरु होने से पहले 27 मई को ज्यूरिख होटल में छापा मारकर हिरासत में लिया गया था. फीफा प्रमुख सेप ब्लाटर को कांग्रेस में फिर से अध्यक्ष चुना गया लेकिन अमेरिका और स्विट्जरलैंड में चल रही समानांतर जांच से उठे बवाल के बीच उन्होंने चार दिन बाद ही घोषणा कर दी थी कि वह अपने पद से इस्तीफा दे देंगे.
ब्लाटर पर दोनों जांच में आरोप नहीं लगे हैं और उन्होंने बुधवार को जर्मन मीडिया को दिये गये इंटरव्यू में फिर से भ्रष्टाचार में शामिल होने का कडे शब्दों में खंडन किया है. अमेरिका का कानूनी विभाग तीन जुलाई तक प्रत्यर्पण का आग्रह कर सकता था. स्विस अधिकारियों ने बयान में कहा कि दूतावास ने दोनों देशों के बीच ‘द्विपक्षीय प्रत्यपर्ण संधि के लिये तय समयसीमा के तहत’ आग्रह किया है. ये सभी सात अधिकारी दक्षिण और उत्तर अमेरिका से संबंध रखते हैं और उन्होंने प्रत्यर्पण के खिलाफ लड़ने के संकेत दिये हैं.
इन सात में केमैन आइलैंड के जेफ्री वेब और उरुग्वे के इगुजेनियो फिगुएरेडो भी शामिल हैं जो फीफा के पूर्व उपाध्यक्ष हैं. कोस्टारिका के एडुआर्डो ली भी इनमें शामिल हैं जो मई में फीफा कार्यकारिणी में शामिल हो सकते थे. ब्राजील फुटबॉल महासंघ के प्रमुख जोस मारिया मारिन, निकारागुआ के जुलिया रोचा, केमैन आइलैंड के लिये काम करने वाले ब्रिटिश कोस्टास टक्कास और वेनेजुएला फुटबॉल महासंघ के राफेल एस्क्वीवेल अन्य चार अधिकारी हैं. अमेरिका ने इन सभी पर आरोप लगाये हैं कि वे उत्तर और दक्षिण अमेरिका में फुटबॉल टूर्नामेंट के विपणन करार के लिये 15 करोड़ डालर से अधिक रिश्वत लेने में शामिल थे.
ये सात उन 14 अधिकारियों और खेल विपणन कंपनी के एक्जीक्यूटिव में शामिल हैं जिन पर अमेरिका ने आरोप लगाये हैं. चार अन्य पहले ही अमेरिकी अभियोजकों के साथ समझौता कर चुके हैं. स्विस अधिकारयों के अनुसार ज्यूरिख पुलिस अब सातों अधिकारियों से फिर से पूछताछ करेगी. उनके पास प्रत्यर्पण आग्रह का जवाब देने के लिये 14 दिन का समय होगा.