वर्ल्ड हॉकी लीग सेमीफाइनल में कल भारतीय महिलाएं देंगी जापान को टक्कर

एंटवर्प : भारतीय महिला हाकी टीम कल जब वर्ल्ड लीग सेमीफाइनल के प्लेऑफ के एक मुकाबले में जापान के खिलाफ उतरेगी तो उसकी निगाहें 36 वर्ष बाद रियो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने के लिए अपने दावे को और मजबूत करने पर टिकी होंगी. भारत पंाचवें स्थान के लिए प्लेऑफ के इस मैच को जीतकर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 3, 2015 1:41 PM

एंटवर्प : भारतीय महिला हाकी टीम कल जब वर्ल्ड लीग सेमीफाइनल के प्लेऑफ के एक मुकाबले में जापान के खिलाफ उतरेगी तो उसकी निगाहें 36 वर्ष बाद रियो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने के लिए अपने दावे को और मजबूत करने पर टिकी होंगी. भारत पंाचवें स्थान के लिए प्लेऑफ के इस मैच को जीतकर क्वालीफिकेशन दौर में बने रहने के लिए खेलेगा ताकि वह 1980 के मास्को ओलंपिक के बाद पहली बार इस टूर्नामेंट में खेलने के अपने सपने को जीवित रख सके.

भारतीय कोच मथियस अहरेंस चाहते हैं कि उनकी टीम गोल के मौकों को ज्यादा से ज्यादा भुना सके. उन्होंने कहा , जिन टीमों ने वर्ल्ड लीग सेमीफाइनल में जगह नहीं बनाया है उनके लिए क्वालीफिकेशन की दौर शुरू होने से पहले हम ओलंपिक क्वालीफिकेशन के लिए अपने दावे को अधिक से अधिक मजबूत कर लेना चाहते हैं. जर्मनी, ब्रिटेन और चीन वेलेंसिया में हुए वर्ल्ड लीग सेमीफाइनल के जरिये पहले ही सेमीफाइनल में जगह बना चुके हैं. दक्षिण कोरिया पहले ही एशियन खेलों को जीतकर रियो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुका है.

अर्जेंटीना भी जल्द ही ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर लेगा. भारत हालांकि अगर जापान से हार भी जाता है तो वह क्वालीफाई करने के दौड से बाहर नहीं होगा लेकिन प्रतीक्षा और बढेगी जबकि दावेदारी कमजोर होगी.पहले प्लेआफ में इटली को हराने के बाद अहरेंस ने कहा हमें इस टूर्नामेंट को पांचवें स्थान पर खत्म करने के लिए अपनी कोशिश नहीं छोडनी चाहिए. इसके लिए हमें ज्यादा गोल करने पाने में असफल होने की कमी में सुधार करना होगा.

भारत इससे पहले पिछले साल इंचियोन राष्ट्रीय खेल में कांस्य पदक के लिए हुए एक मुकाबले में जापान को हरा चुका है इसलिए स्वभाविक तौर पर इससे उसका मनोबल बढेगा और भारतीय टीम पांचवें स्थान पर रहकर 2016 ओलंपिक क्वालीफिकेशन के लिए अपने दावे को और मजबूत कर पायेगी.

भारत ने कल पहले प्लेआफ मैच में गोल के कई मौकों को गंवा दिया था जिससे मैच पेनाल्टी शूट आउट तक खिंच गया था. भारत को अपनी संभावना को और पुष्ट करने के लिए हर हाल में इस कमी को जल्द से जल्द दूर करके मैदान में उतरना होगा.

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