एंटवर्प (बेल्जियम) : विश्व हॉकी लीग में भारतीय टीम को बड़ी हार का सामना करना पड़ा. ब्रिटेन ने भारत को एक के मुकाबले पांच गोल से हराया और कांसे पर कब्जा जगा लिया. कांस्य पदक के लिए प्ले ऑफ मुकाबले में भारत का डिफेंस चरमरा गया जिससे टीम को 1-5 की शिकस्त का सामना करना पड़ा. ब्रिटेन के हाथों करारी हार के बाद भारत को विश्व हॉकी लीग सेमीफाइनल्स में चौथे स्थान के साथ संतोष करना पडा.
भारत की पुरुष टीम के खिलाफ यह ब्रिटेन की सबसे बड़ी जीत है. इससे पहले ब्रिटेन ने सोल ओलंपिक में शुरुआती राउंड के मुकाबलों में भारत को 3-0 से हराया था और फिर स्वर्ण पदक जीतने में सफल रहा था. ब्रिटेन की टीम ने इससे पहले भारत के खिलाफ एकमात्र बार चार गोल लंदन में 2012 ओलंपिक खेलों के दौरान किए थे.
भारतीय डिफेंस को ब्रिटेन के काउंटर अटैक के सामने बार बार परेशानी का सामना करना पडा जबकि पेनल्टी कार्नर पर भी डिफेंडरों ने निराश किया. इंग्लैंड को एलेस्टेयर ब्रोग्डन (11वें मिनट), क्रिस ग्रिफिथ्स (27वें मिनट), एश्ले जैकसन (37वें मिनट), एडम डिक्सन (42वें मिनट) और कप्तान बैरी मिडलटन (44वें मिनट) ने 5-0 की बढ़त दिलाई जिसके बाद रुपिंदर पाल सिंह ने 59वें मिनट में पेनल्टी कार्नर पर गोल दागकर भारत की हार के अंतर को कम किया.