विबंलडन सेमीफाइनल में रोजर फेडरर और एंडी मर्रे के बीच मुकाबला
लंदन : रोजर फेडरर ने अपने आठवें खिताब की तरफ मजबूती से कदम बढ़ाते हुए आज यहां फ्रांस के जाइल्स सिमोन को सीधे सेटों में हराकर विंबलडन टेनिस टूर्नामेंट के पुरुष एकल के सेमीफाइनल में प्रवेश किया जहां उनका मुकाबला एक अन्य पूर्व चैंपियन एंडी मर्रे से होगा. स्विट्जरलैंड के दूसरी वरीयता प्राप्त फेडरर ने […]
लंदन : रोजर फेडरर ने अपने आठवें खिताब की तरफ मजबूती से कदम बढ़ाते हुए आज यहां फ्रांस के जाइल्स सिमोन को सीधे सेटों में हराकर विंबलडन टेनिस टूर्नामेंट के पुरुष एकल के सेमीफाइनल में प्रवेश किया जहां उनका मुकाबला एक अन्य पूर्व चैंपियन एंडी मर्रे से होगा.
स्विट्जरलैंड के दूसरी वरीयता प्राप्त फेडरर ने एक घंटे 34 मिनट तक चले मैच में 12वीं वरीय सिमोन को 6-3, 7-5, 6-2 से हराया. कोर्ट एक पर खेला गया यह मैच बारिश के कारण भी प्रभावित रहा लेकिन दो बार के व्यवधान से सात बार के चैंपियन की एकाग्रता भंग नहीं हुई.
दूसरी तरफ से सेंटर कोर्ट पर रायल बाक्स में कुछ नामी दर्शकों की मौजूदगी में ब्रिटेन के तीसरे वरीय मर्रे ने कनाडा के गैरवरीय वासेल पोसपिसिल को 6-4, 7-5, 6-4 से पराजित किया. यह मैच दो घंटे 11 मिनट तक चला. बारिश के कारण आखिर में सेंटर कोर्ट को छत से ढकना पड़ा था.
फेडरर ने भले ही सीधे सेटों में जीत दर्ज की लेकिन इस बीच सिमोन ने एक बार उनकी सर्विस तोड़ी. यह हाले टेनिस टूर्नामेंट के बाद पहला मौका था जबकि फेडरर ने अपनी सर्विस गंवायी. इस बीच उन्होंने 116 बार अपनी सर्विस पर अंक बनाये थे.
फेडरर ने पहले सेट के शुरू में ही सिमोन की सर्विस तोड़ दी और फिर उन्हें यह सेट अपने नाम करने में कोई परेशानी नहीं हुई. इसके बाद जब वह दूसरे सेट जीतने के लिए सर्विस कर रहे थे तब सिमोन ब्रेक प्वाइंट लेने में सफल रहे. फ्रांसिसी खिलाड़ी हालांकि इसका फायदा नहीं उठा पाया.
फेडरर ने इसके तुरंत बाद सिमोन की सर्विस तोड़ी और जब बारिश के व्यवधान के बाद फिर से खेल शुरू हुआ तो अपनी सर्विस पर अंक बनाकर सेट जीता. फेडरर को इसके बाद तीसरे सेट में किसी तरह की परेशानी नहीं हुई.
उन्होंने बाद में कहा, बीच में खेल रूकने से मुश्किल आ रही थी लेकिन मुझे खुशी है कि मैंने अपने प्रतिद्वंद्वी और परिस्थितियों से अच्छी तरह से तालमेल बिठाया. फेडरर दसवीं बार विंबलडन के अंतिम चार में पहुंचे हैं और उन्हें यहां सेमीफाइनल में कभी हार का सामना नहीं करना पडा. इस लिहाज से 2013 के चैंपियन मर्रे के लिये आगे की चुनौती काफी मुश्किल होगी. इस ब्रिटिश खिलाड़ी ने स्वयं इसे स्वीकार किया.
मर्रे ने कहा, उम्मीद है कि मैं फिर से यहां फाइनल में पहुंचने में सफल रहूंगा लेकिन यह काफी कड़ा होगा. मुझे यहां खेलना पसंद है और मैंने यहां हर बार अपनी सर्वश्रेष्ठ टेनिस खेली है.