गुट्टा पर आजीवन प्रतिबंध की सिफारिश
नयी दिल्ली : हैरानी भरे फैसले में भारतीय बैडमिंटन संघ (बाई) की अनुशासन समिति ने भारत की शीर्ष महिला युगल खिलाड़ी ज्वाला गुट्टा पर आजीवन प्रतिबंध लगाने की सिफारिश की है. ज्वाला पर अपनी फ्रेंचाइजी क्रिस दिल्ली स्मैशर्स के कुछ खिलाड़ियों को आइबीएल में बंगा बीट्स के खिलाफ मैच में खेलने से रोकने का प्रयास […]
नयी दिल्ली : हैरानी भरे फैसले में भारतीय बैडमिंटन संघ (बाई) की अनुशासन समिति ने भारत की शीर्ष महिला युगल खिलाड़ी ज्वाला गुट्टा पर आजीवन प्रतिबंध लगाने की सिफारिश की है.
ज्वाला पर अपनी फ्रेंचाइजी क्रिस दिल्ली स्मैशर्स के कुछ खिलाड़ियों को आइबीएल में बंगा बीट्स के खिलाफ मैच में खेलने से रोकने का प्रयास करने का आरोप है. बाई के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘आइबीएल विवाद में भूमिका के लिए अनुशासन समिति ने ज्वाला गुट्टा पर आजीवन प्रतिबंध या फिर निश्चित समय के लिए उन्हें निलंबित करने की सिफारिश की है.’ उन्होंने कहा, ‘इस सिफारिश की जानकारी सदस्य संघों को दे दी गयी है, लेकिन अभी कोई फैसला नहीं किया गया है.’
25 अगस्त की है घटना
आइबीएल में 25 अगस्त को दिल्ली स्मैशर्स और बंगा बीट्स के बीच मैच के दौरान यह विवाद हुआ. बंगा बीट्स की ओर से पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार हांगकांग के हु युन को खेलना था, लेकिन, युन के चोटिल होने के कारण बीट्स ने उनकी जगह जॉन जोर्गेनसन को उतारने का फैसला कर लिया.
ज्वाला की अगुवाई में दिल्ली ने इसका विरोध किया और जोर्गेनसन के खिलाफ अपना खिलाड़ी उतारने से मना कर दिया. इसके बाद बीट्स ने जोर्गेनसन की जगह अरविंद भट्ट को उतारा और फिर मामला शांत हुआ.
वह मैच आधा घंटा की देरी से शुरू हुआ. अपनी टीम के खिलाड़ी को मैच खेलने से रोकने के लिए बाई की ओर से ज्वाला को कारण बताओ नोटिस जारी कर 14 दिन में जवाब मांगा गया. जवाब में ज्वाला ने कहा था कि यह उनका निजी फैसला नहीं बल्कि टीम का फैसला था. लेकिन, बाई इस जवाब में संतुष्ट नहीं हुआ.
ज्वाला को मिलेगी सात दिन की मोहलत
भारतीय बैडमिंटन संघ (बाई) के अध्यक्ष अखिलेश दास गुप्ता इस मसले पर ज्वाला गुट्टा पत्र लिखकर उनका जवाब मांगेंगे. जवाब देने के लिए ज्वाला के पास सात दिन का वक्त होगा.