लंदन : टेनिस का सबसे प्रतिष्ठित ग्रेंड स्लैम विंबलडन इस बार भारतीयों के लिए खास रहा. इस बार भारत को विंबलडन में तीन खिताब मिले. कल रविवार को भारत के लिएंडर पेस ने मिक्सड डबल्स में मार्टिना हिंगिस के साथ मिलकर खिताब जीता तो सानिया मिर्जा ने मार्टिना हिंगिस के साथ ही डबल्स का खिताब जीता. सानिया मिर्जा ऐसी पहली भारतीय महिला खिलाड़ी हैं जिसने कोई ग्रेंड स्लैम जीता है. सानिया के इस गौरवपूर्व विजय के बाद जूनियर विंबडलन में भारत के 17 वर्षीय युवा खिलाड़ी सुमित नांगल ने युगल खिताब जीतकर देश को गौरवान्वित किया. विंबलडन में भारतीय खिलाड़ियों के इस शानदार प्रदर्शन के बाद उन्हें बधाई देने वालों का तांता लग गया है. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इन तीनों खिलाड़ियों को बधाई दी है.
सानिया मिर्जा ग्रेंड स्लैम जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी
भारतीय टेनिस के इतिहास मेंसानिया मिर्जा एक मात्र ऐसी खिलाड़ी हैं, जिन्होंने लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया और देश को कई गौरवपूर्ण पल दिये. उनसे पहले महिला टेनिस में किसी भारतीय का नाम तक नहीं लिया जाता था. ग्रेंड स्लैम जीतकर तो सानिया मिर्जा ने अपना नाम इतिहास के पन्नों में अंकित करवा लिया है. विश्व युगल रैंकिंग में अभी वे मार्टिना हिंगिस के साथ नंबर वन पर हैं.
लिएंडर पेस ने दिखाया दम
40 साल की उम्रमेंलिएंडर पेस ने 16वां ग्रेंड जीता है. वहीं युगल मुकाबले में पेस ने आठ ग्रेंड स्लैम जीता है. इस बार विंबलडन में वे सबसे उम्रदराज विजेता हैं.
सुमित नांगल
जूनियर विंबलडन चैंपियनशिप में सुमित नांगल डबल्स का खिताब जीतकर उस सूची मेंशामिल हो गये हैं, जिसमें पहले से पांच भारतीयों का नाम दर्ज है. सुमित से पहले लिएंडर पेस, रमेश कृष्णन और रामनाथन कृष्णन ने यह खिताब जीता था. सानिया मिर्जा ने भी यह खिताब अपने नाम किया है.