नयी दिल्ली : भारतीय हॉकी टीम से बर्खास्त करने के विशेष समिति की सिफारिश पर पाल वान ऐस को हैरानी नहीं हुई और उन्होंने कहा कि हॉकी इंडिया के ‘निरंकुश’ अध्यक्ष नरिंदर बत्रा एंटवर्प में मैदान में हुई बहस के बाद उन्हें आधिकारिक तौर पर बर्खास्त करने के रास्ते तलाश रहे थे.
वान ऐस के भविष्य का फैसला करने के लिये गठित हरविंदर सिंह की अगुवाई वाली नौ सदस्यीय समिति ने आज नीदरलैंड के इस कोच को हटाने की सिफारिश की. वान ऐस ने पहले ही दावा कर दिया था कि उन्हें बत्रा के साथ बहस के बाद ही हटा दिया गया था. वान ऐस से जब संपर्क किया गया तो उन्होंने भारतीय व्यवस्था की कमजोरियों के बारे में बताया और कहा कि बत्रा को उनकी छवि खराब करने के लिये माफी मांगनी चाहिए.
उन्होंने रोटरडम से कहा, मैं फैसले को पहले ही जानता था. मैं हैरान नहीं हूं. वह (बत्रा) मुझे बर्खास्त करने के तरीके ढूंढ रहे थे और उन्होंने ऐसा किया. उन्हें इसके (मेरी छवि खराब करने) लिये माफी मांगनी चाहिए. वान ऐस ने कहा, मैं उन्हें तानाशाह नहीं कहूंगा लेकिन वह निरंकुश व्यक्ति है.
वह कैसे अकेले सभी फैसले कर सकते हैं. वह अपने अहं की खातिर कैसे अकेले ही मुझे बाहर करने का फैसला कर सकते हैं. वान ऐस ने कहा, भारतीय खेल प्राधिकरण से किसी ने भी मुझसे संपर्क करने की कोशिश नहीं की. मैं किसी भी व्यक्ति को दोष नहीं दूंगा यह व्यवस्था की कमजोरी है.