नयी दिल्ली : छह ओलंपिक स्वर्ण पदक और आठ विश्व चैम्पियनशिप जीत चुके जमैका के फर्राटा धावक उसेन बोल्ट का बचपन से सपना टेस्ट क्रिकेटर बनने का था लेकिन अब ट्रैक और फील्ड को अलविदा कहने के बाद वह इंग्लैंड के किसी क्लब में पेशेवर फुटबॉलर बनना चाहते हैं. बोल्ट ने हार्पर कोलिंस द्वारा प्रकाशित अपनी पहली आत्मकथा ‘‘ फास्टर दैन लाइटनिंग ’’ में कहा कि यदि वह ट्रैक और फील्ड पर नहीं आते तो क्रिकेट खेल रहे होते.
उन्होंने कहा ,‘‘ मैं गली मोहल्ले में क्रिकेट खेलते बच्चों को देखकर खुश होता था. क्रिकेट खेलने वालों से मेरी अच्छी पटती थी.’’ बोल्ट ने कहा ,‘‘ मैं रफ्तार से गेंदबाजी करता था और चुस्त क्षेत्ररक्षक था. आठ साल की उम्र में मैं अपने से बड़े खिलाड़ियों के विकेट लेने लगा था. मेरे पिता और दोस्त सभी क्रिकेट के शौकीन थे. मेरी रुचि ट्रैक और फील्ड में नहीं बल्कि क्रिकेट में थी.’’
क्रिकेट के अलावा बोल्ट फुटबाल के भी मुरीद है और इस शौक के चलते तीन साल पहले वह अपनी जान भी गंवा सकते थे. वह अपने प्रिय क्लब मैनचेस्टर युनाइटेड का चैम्पियंस लीग सेमीफाइनल मैच टीवी पर देखना चाहते थे और काफी तेज रफ्तार से कार दौड़ाते हुए दुर्घटना हो गई.बोल्ट ने आत्मकथा में कहा ,‘‘ ट्रैक और फील्ड को अलविदा कहने के बाद मैं खेल बदलकर फुटबाल को चुनूंगा. मैं फुटबाल खेल सकता हूं और अच्छा प्रदर्शन कर सकता हूं. मैं इंग्लैंड में किसी क्लब टीम से जुड़ना चाहूंगा.’’