नयी दिल्ली : हॉकी इंडिया लीग का चौथा संस्करण बहुत जल्द आरंभ होने वाली है. चौथे संस्करण में बहुत सारे बदलाव किये गये हैं. हॉकी इंडिया के अध्यक्ष नरिंदर बत्रा ने नये नियमों की जानकारी दी.
हॉकी इंडिया लीग में देशी और विदेशी खिलाडियों का जमावड़ा होता है. नये नियमों के अनुसार अब लीग में 12 खिलाड़ी भारत के और 8 खिलाड़ी विदेशी होंगे. प्रत्येक टीम में दो गोल कीपर होंगे. 20 खिलाडियों को नाम मैच शीट में होंगे और सभी को बैंच में बैठने की अनुमती होगी.
नये नियमों में जो सबसे बड़े बदलाव हुए हैं उसके अनुसार अब प्रत्येक मैदानी गोल पर एक गोल के जगह पर दो गोल दिये जाएंगे. बत्रा ने जानकारी देते हुए कहा कि अब मैदानी गोल पर टीम को एक की जगह पर दो गोल मिलेंगे. उन्होंने कहा, यह बदलाव खिलाडियों की कलात्मक शैली को बढ़ाने के लिए किया गया है.
बत्रा ने बताया इस नये नियम को अंतरराष्ट्रीय हॉकी संघ से मान्यता मिल चुकी है. उन्होंने कहा यह नियम दो साल के लिए वैध रहेगा. बत्रा ने कहा, वर्तमान समय में खिलाडियों और टीमों का जोर केवल और केवल पेनाल्टी स्ट्रोक लेने पर होता है. इससे कलात्मक हॉकी का आकर्षण दिनों दिन कम होता जा रहा है.
नये नियमों के लागू होने से कोई टीम अगर एक गोल से पिछड़ रही हो तो वह मैदानी गोल कर जीत दर्ज कर सकती है. बत्रा ने कहा, इसके अलावा इस संस्करण में जो और नये बदलाव किये गये हैं उसके अनुसार अगर गोल करते समय किसी खिलाड़ी को जानबुझ कर गिराया जाता है तो पेनाल्टी स्ट्रोक में भी एक गोल के बदले दो गोल दिये जाएंगे.
मैच जीतने वाली टीम को पांच अंक दिये जाएंगे और ड्रॉ होने पर दोनों टीमों को दो-दो अंक बांट दिये जाएंगे. नये नियमों के अनुसार दो या उससे कम गोल से हारने वाली टीम को एक अंक, लेकिन तीन गोल या उससे अधिक गोल से हारने वाली टीम को कोई भी अंक नहीं मिलेंगे.