नयी दिल्ली : विश्व की पूर्व नंबर एक निशानेबाज हीना सिद्धू ने अपेक्षाओं पर खरे उतरते हुए आठवीं एशियाई एयर गन चैंपियनशिप में आज यहां महिलाओं की दस मीटर एयर पिस्टल का स्वर्ण पदक जीतकर भारतीय अभियान का शानदार अंत किया. भारत की ही श्वेता सिंह ने इस स्पर्धा में रजत पदक जीता जबकि कोरिया की सियोन ए किम ने कांस्य पदक हासिल किया.
पूर्व विश्व चैंपियन हीना क्वालीफिकेशन में 387 का स्कोर बनाकर शीर्ष पर रही. एक अन्य युवा भारतीय निशानेबाज यशाश्विनी सिंह देसवाल ने भी इतना ही स्कोर बनाया. हीना ने फाइनल में 197.8 अंक बनाकर सोने का तमगा हासिल किया जबकि श्वेता ने 197.0 और किम ने 175.8 अंक बनाये. अपने पहले अंतरराष्ट्रीय फाइनल में यशाश्विनी ने 155.3 अंक बनाये और वह चौथे स्थान पर रही.
भारत ने इस तरह से इस प्रतियोगिता में छह स्वर्ण पदक (सीनियर के व्यक्तिगत वर्ग में दो) सहित कुल 17 पदक जीते और वह महाद्वीपीय टूर्नामेंट में शीर्ष पर रहा. चीन के इसमें भाग नहीं लेने और कोरिया के अपने नंबर एक पिस्टल शूटर जिन जोंग ओ को नहीं भेजने के कारण हालांकि इसकी चमक कुछ फीकी पड़ गयी थी. भारत ने पांच रजत और छह कांस्य पदक भी जीते.
ओवरआल तालिका में ईरान छह स्वर्ण, पांच रजत और एक कांस्य पदक सहित 12 पदक लेकर दूसरे स्थान पर रहा. ताइपै ने एक स्वर्ण, दो रजत और दो कांस्य पदक जीते और उसे तीसरा स्थान मिला. दिन की बहु प्रतीक्षित स्पर्धा महिलाओं की दस मीटर एयर पिस्टल में हीना ने फाइनल में 10.7 अंक के साथ शानदार शुरुआत की लेकिन पहले तीन शाट के बाद श्वेता ने बढ़त बना ली. उन्होंने शाट दस से उपर के मारे जबकि हीना ने इस बीच 9.8, 9.3 अंक बनाये.
श्वेता ने अगले तीन शाट के बाद भी कुल 61.3 अंक के साथ बढ़त बनाये रखी जबकि हीना 60.7 अंक के साथ दूसरे स्थान पर चल रही थी. ईरान ईलहम हरिजानी के बाहर होने के बाद हीना ने फिर से लय हासिल की और श्वेता को पीछे छोड़कर बढ़त बना ली. इस दौरान कोरिया की किम ने कुछ अच्छे स्कोर बनाकर आगे बढ़ना शुरु कर दिया था. उन्होंने एक बार 10.9 का स्कोर भी बनाया. श्वेता कुछ देर के लिये फिर शीर्ष पर पहुंची लेकिन हीना ने लगातार दस से अधिक अंक के स्कोर बनाकर जल्द ही बढ़त हासिल कर ली.
कोरियाई निशानेबाज के बाहर होने के बाद भी हीना और श्वेता में कड़ा मुकाबला देखने को मिला. हीना, श्वेता और यशाश्विनी ने श्रीलंका को पीछे छोड़कर महिलाओं की दस मीटर एयर पिस्टल का टीम स्वर्ण पदक जीता. हीना क्वालिफिकेशन में अपने प्रदर्शन से संतुष्ट दिखी लेकिन फाइनल उनके अनुरुप नहीं रहा. उन्होंने कहा, ‘‘आज अधिकतर समय बहुत देरी हुई. इससे आप पर मानसिक दबाव बढ़ता है. मैंने फाइनल में जिस तरह का प्रदर्शन किया उससे मैं संतुष्ट नहीं हूं. यह मेरे लिये अच्छा फाइनल नहीं था. ‘