फॉर्मूला वन इंडियन ग्रांप्री आज से, रोक पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई आज

* बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट तैयार, सेबेस्टियन वेट्टल की नजरें चौथे खिताब पर नयी दिल्ली : बढ़ती प्रशासनिक दिक्कतों और भविष्य को लेकर अनिश्चितता के बीच बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट पर शुक्रवार से शुरू होने जा रही तीसरी फॉर्मूला वन इंडियन ग्रांप्री में सेबेस्टियन वेट्टल की नजरें लगातार चौथे खिताब और भारत में जीत की हैट्रिक पर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 25, 2013 8:16 AM

* बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट तैयार, सेबेस्टियन वेट्टल की नजरें चौथे खिताब पर

नयी दिल्ली : बढ़ती प्रशासनिक दिक्कतों और भविष्य को लेकर अनिश्चितता के बीच बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट पर शुक्रवार से शुरू होने जा रही तीसरी फॉर्मूला वन इंडियन ग्रांप्री में सेबेस्टियन वेट्टल की नजरें लगातार चौथे खिताब और भारत में जीत की हैट्रिक पर लगी होगी. जर्मन ड्राइवर वेट्टल ने पिछले दो साल इंडियन ग्रांप्री में खिताबी जीत दर्ज की है. वह अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी फेरारी के फर्नाडो अलोंसो से 90 अंक आगे हैं और लगातार चौथी एफवन चैंपियनशिप अपने नाम करने के लिए उन्हें इंडियन ग्रांप्री में शीर्ष पांच ड्राइवरों में जगह बनानी है.

पहले सत्र से ही विवादों से घिरी रही इंडियन ग्रांप्री के तीसरे सत्र की शुरुआत से पहले ही अनिश्चितता की स्थिति पैदा हो गयी है, जब उच्चतम न्यायालय ने इस रेस पर रोक लगाने संबंधी जनहित याचिका पर सुनवाई मंजूर कर ली. इसमें आरोप लगाया गया है कि आयोजक जेपी स्पोर्ट्स ने वर्ष 2011 का मनोरंजन कर नहीं भरा है. वहीं यूपी सरकार ने भी इंडियन ग्रांप्री को मनोरंजन कर में दी गयी छूट वापस ले ली थी. भारत में अगले साल फॉर्मूला वन रेस नहीं होने जा रही है.

हालांकि, 2015 के शुरुआती सत्र में रेस के यहां लौटने की संभावना है. पिछली चंद रेस में अच्छे अंक नहीं जुटा पाने वाले फोर्स इंडिया के ड्राइवरों की नजरें अपनी घरेलू रेस में अच्छा प्रदर्शन करने पर लगी होंगी. सहारा फोर्स इंडिया के ड्राइवरों ने ब्रेक से पहले की रेसों में अच्छा प्रदर्शन किया था, लेकिन पिछली सात रेस में वे अच्छे अंक नहीं बना सके. इससे कंस्ट्रक्टर रेस में पांचवां स्थान सोबेर को गंवाने का खतरा मंडरा रहा है. टीम प्रिंसिपल विजय माल्या ने कहा कि उम्मीद है कि इंडियन ग्रांप्री में हमारे ड्राइवर अच्छा प्रदर्शन करेंगे.

यहां हमारी टीम को घरेलू दर्शकों से अच्छा समर्थन मिलता है. फोर्स इंडिया कंस्ट्रक्टर रेस में 62 अंक लेकर पांचवें स्थान पर है, जबकि सोबेर 45 अंक लेकर छठे स्थान पर है.

फोर्स इंडिया के ड्राइवर पाल डि रेस्टा और एड्रियन सुटिल चैंपियनशिप रेस में क्रमश: 11वें और 12वें स्थान पर हैं. डि रेस्टा पिछली सात रेस में कोई अंक नहीं बना सके और उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन बहरीन में रहा जहां उन्होंने 12 अंक बनाये. फोर्स इंडिया में वापसी करने वाले सुटिल मोनाको में दोहरे अंक तक पहुंचे, जबकि कोरिया और जापान में पिछली दो रेस में उनकी झोली भी खाली रही.

इंडियन ग्रां के बाद सत्र की सिर्फ तीन रेस बाकी हैं और चैंपियनशिप फिर वेट्टल को मिलना तय है. वेट्टल ने जापान ग्रां प्री में सत्र की लगातार पांचवीं जीत दर्ज की, जिससे उन्हें अलोंसो पर निर्णायक बढ़त मिल गयी है. रेडबुल के ड्राइवर वेट्टल को एफवन के इतिहास में लगातार चार खिताब जीतने वाले तीसरे ड्राइवर बनने के लिए यहां शीर्ष पांच में रहना होगा. उनसे पहले यह कमाल जुआन मैनुअल फेंजियो और माइकल शूमाकर कर चुके हैं. सत्र के पहले चरण में चीन, ब्रिटेन, स्पेन में पोडियम फिनिश नहीं कर सके. वेट्टल ने पिछली पांच रेस में जबर्दस्त वापसी की.

साथ ही कंस्ट्रक्टर चैंपियनशिप में रेडबुल के 445 अंक हो गये हैं. फेरारी 297 अंक लेकर दूसरे और मर्सीडीज तीसरे स्थान पर है. इस बीच शीर्ष ड्राइवरों ने भारत में अगले साल रेस नहीं होने पर निराशा जताते हुए बीआइसी को विश्व के सर्वश्रेष्ठ सर्किट में से एक बताया है. ब्रिटिश ड्राइवर लुईस हैमिल्टन ने कहा, यहां सर्किट बेहद दिलचस्प है और कोरियाई सर्किट जैसा है.

यह निराशाजनक है कि भारत में अगले साल रेस नहीं हो रही, क्योंकि एफवन यहां धीरे धीरे लोकप्रिय हो रहा है. मैकलारेन मर्सीडीज के सजिर्यो पेरेज ने कहा कि भारत में अगली रेस नहीं होना शर्मनाक है, लेकिन मुझे उम्मीद है कि हम 2015 में यहां लौटेंगे. भारत ने नया देश होने के बावजूद एफवन में अच्छी प्रगति की है.

* वापसी करेंगे बटन

इस सत्र में अभी तक अपेक्षित प्रदर्शन नहीं कर पानेवाले मैकलारेन मर्सीडीज के ड्राइवर जेनसन बटन ने उम्मीद जतायी कि इस सप्ताहांत होनेवाली इंडियन ग्रां प्री फॉर्मूला वन रेस से वह वापसी करने में सफल रहेंगे. फॉर्मूला वन में 2009 के चैंपियन बटन ने कहा, मैं 2011 में यहां पोडियम (दूसरे स्थान) पर पहुंचा था. यह काफी आकर्षक सर्किट है. यह अन्य सर्किट से काफी अलग है और मुझे यहां ड्राइविंग करने में मजा आता है. मैं इसको लेकर काफी रोमांचित हूं. मुझे इस बार भी अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है. बटन इस सत्र में अब तक एक बार भी पोडियम पर नहीं पहुंच पाये और वह ड्राइवरों की सूची में नौवें स्थान पर चल रहे हैं.

* सुनवाई आज

ग्रेटर नोएडा में होनेवाली फॉर्मूला वन रेस से दो दिन पहले उच्चतम न्यायालय उस याचिका पर शुक्रवार को सुनवाई करने के लिए सहमत हो गया, जिसमें इस रेस पर रोक लगाने की मांग की गयी है. मुख्य न्यायाधीश पी सतशिवम की अगुवाई वाली पीठ के सामने गुरुवार को यह मसला लाया गया और उन्होंने कहा कि इस पर शुक्रवार को सुनवाई होगी. यह याचिका अमित कुमार ने दायर की है और उन्होंने इस आधार पर ग्रेटर नोएडा में होनेवाली रेस पर रोक लगाने की मांग की है कि आयोजकों ने 2011 में हुई पहली फॉर्मूला वन रेस की संपूर्ण कर राशि का उत्तर प्रदेश सरकार को भुगतान नहीं किया है.

जेपी ग्रुप को मनोरंजन कर में छूट देने के मायावती के नेतृत्व वाली उत्तर प्रदेश सरकार के 27 जून 2011 के फैसले को रद्द करने के लिए अखिलेश यादव सरकार ने हाल में उच्चतम न्यायालय से अनुमति देने का आग्रह किया था. इसमें कंपनी को 2011 फॉर्मूला वन रेस की मनोरंजन कर की संपूर्ण राशि का भुगतान करने का निर्देश देने की मांग की गयी थी. कुमार ने इससे पहले 2011 में भी उच्चतम न्यायालय में याचिका दायर करके उत्तर प्रदेश की तत्कालीन बसपा सरकार द्वारा मनोरंजन कर में छूट देन के फैसले को चुनौती दी थी. उच्चतम न्यायालय ने 21 अक्तूबर, 2011 को अपने अंतरिम आदेश में जेपी ग्रुप को टिकटों की बिक्री से प्राप्त राशि का 25 प्रतिशत अलग खाते में जमा करने के निर्देश दिये.

Next Article

Exit mobile version