चेन्नई : गत विश्व चैम्पियन विश्वनाथन आनंद ने नार्वे के मैग्नस कार्लसन के खिलाफ कल यहां ड्रा समाप्त हुई विश्व शतरंज चैम्पियनशिप की चौथी बाजी के बाद स्वीकार किया कि वह हार की स्थिति में होने के बावजूद इससे बाहर निकलने में सफल रहे.
आनंद ने कहा, ‘‘ओपनिंग में कुछ गलत हुआ. मैंने एक के बाद दूसरी अतार्किक गलती की और इसके बाद घोड़े की चाल में मैं चूक गया मैंने लगभग मुकाबला गंवा ही दिया था.’’
इस दिग्गज भारतीय ने कहा, ‘‘मुझेयकीन है कि उसने जो खेला दिखाया उससे उसने काफी जीत दर्ज की होगी. अंत में बाजी काफी मुश्किल हो गई थी. चार हाथी बचे थे. इसके बाद मैंने चेक दिया और इसके बाद अपने हाथी को मूव किया जिससे मैं सुरक्षित हो गया.’’उन्होंने कहा, ‘‘मैं दो बार भाग्यशाली रहा. टाइम कंट्रोल से ठीक पहले मैं चेक देकर अपनी अगली चाल चल सकता था और टाइम कंट्रोल पर पहुंच जाता. यह दो बार हुआ.’’आज जो हुआ उससे कार्लसन काफी खुश दिखे.
उन्होंने कहा, ‘‘मैं काफी अच्छा कर रहा था और इसके बाद जब मैंने प्यादा जीता तो मैं आशावादी हो गया. वह संसाधन जुटाता रहा और मैंने कुछ मौके गंवाए. उसने कड़ी टक्कर दी. इतनी अच्छी स्थिति में होने के बावजूद मौका चूकना निराशाजनक है लेकिन यह काफी अच्छा संघर्ष रहा.’’