इंदौर : देश के महान हॉकी खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद के बेटे व पूर्व हॉकी खिलाड़ी अशोक कुमार क्रिकेटर सचिन तेंडुलकर को बधाई देने के दूसरे दिन ही सरकार पर बिफर गये. हालांकि शुक्रवार को सरकार की ओर से सचिन को भारत रत्न दिये जाने की घोषणा करने के बाद उन्होंने सरकार का भी शुक्रिया अदा किया था.
अशोक ने कहा कि अगर ध्यानचंद को भारत रत्न नहीं देना था, तो फिर उन्हें इसका भरोसा क्यों दिया गया था. उन्होंने कहा कि पिछले छह महीनों से प्रधानमंत्री कार्यालय इस बात का भरोसा देता आ रहा है. कहा यह जा रहा था कि दद्दा ध्यानचंद को भारत रत्न से सम्मानित किया जायेगा.
अचानक सचिन को सम्मानित करने की घोषणा कर दी गयी. अशोक ने कहा कि जब दद्दा को यह सम्मान नहीं दिया गया, तो फिर किसी अन्य खिलाड़ी को भारत रत्न देकर उन्हें अपमानित क्यों किया जा रहा है. एक हिंदी खबरिया वेबसाइट को दिये साक्षात्कार में ध्यानचंद के बेटे अशोक ने कहा कि सचिन को यह सम्मान देने पर उन्हें कोई आपत्ति नहीं है, पर पहले से ध्यानचंद का नाम इस सम्मान के लिए चल रहा था. यही अशोभनीय है.
उन्होंने इस बात पर भी आपत्ति जाहिर की कि जब दद्दा का नाम पहले से था तो उनका हक पहले था न कि सचिन का. अगर दद्दा ध्यानचंद को भारत रत्न नहीं देना था तो फिर सरकार ने इतनी नौटंकी क्यों की. प्रधानमंत्री कार्यालय मन कर देता, तो हमें तसल्ली हो जाती. हम यह मान लेते कि दद्दा के खेल और देश का सम्मान बढ़ाने में कोई कमी बाकी रह गयी होगी.