बैडमिंटन वर्ष 2015 : साइना ने नयी बुलंदियों को छुआ
नयी दिल्ली : खिलाडियों के खराब फार्म और फिटनेस समस्याओं से जूझते भारतीय बैडमिंटन के लिए बीता साल औसत ही रहा हालांकि साइना नेहवाल ने नयी बुलंदियों को छूकर दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी बनने का श्रेय हासिल किया. साइना और के श्रीकांत ने इस साल अच्छा प्रदर्शन करके दो दो खिताब जीते जबकि पी […]
नयी दिल्ली : खिलाडियों के खराब फार्म और फिटनेस समस्याओं से जूझते भारतीय बैडमिंटन के लिए बीता साल औसत ही रहा हालांकि साइना नेहवाल ने नयी बुलंदियों को छूकर दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी बनने का श्रेय हासिल किया. साइना और के श्रीकांत ने इस साल अच्छा प्रदर्शन करके दो दो खिताब जीते जबकि पी वी सिंधू, पारुपल्ली कश्यप और अजय जयराम चोटों से जूझते रहे. कुल मिलाकर भारतीय बैडमिंटन खिलाडी 2014 के बेहतरीन प्रदर्शन को इस साल दोहरा नहीं सके.
साइना ने सैयद मोदी ग्रां प्री गोल्ड जीता और उसके बाद पहली बार इंडियन ओपन सुपर सीरिज खिताब अपने नाम किया जिससे वह विश्व रैंकिंग में नंबर एक तक पहुंची. ओलंपिक कांस्य पदक विजेता इस खिलाडी ने आल इंग्लैंड और विश्व चैम्पियनशिप के अलावा चाइना सुपर सीरिज प्रीमियर के फाइनल में भी जगह बनाई.
उसे हालांकि नवंबर में टखने में चोट लगी जिसकी वजह से वह हांगकांग ओपन नहीं खेल सकी लेकिन सत्र के आखिरी बीडब्ल्यूएफ सुपर सीरिज फाइनल्स में उसने शानदार वापसी करते हुए दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी कैरोलिना मारिन को दूसरे मैच में हराया. फिटनेस समस्या को लेकर वह सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई नहीं कर सकी. पिछले साल विश्व चैम्पियनशिप पदक समेत पांच कांस्य जीतने वाली सिंधू के बायें पैर में स्ट्रेस फ्रेक्चर हो गया था जिससे पूरे सत्र में उसके प्रदर्शन पर असर पडा.