विजेंदर की पेशेवर मुक्केबाजी में जीत की हैट्रिक, चार मिनट भी नहीं टिक पाये हुसेइनोव

मैनचेस्टर : भारत के स्टार मुक्केबाज विजेंदर सिंह ने पेशेवर सर्किट में अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए बुल्गारिया के सामेत हुसेइनोव को दो राउंड से भी कम में हराकर नाकआउट से जीत की हैट्रिक पूरी की. पहली बार छह दौर के मुकाबले में हिस्सा ले रहे विजेंदर ने दूसरे दौर में 35 सेकेंड के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 20, 2015 3:39 PM

मैनचेस्टर : भारत के स्टार मुक्केबाज विजेंदर सिंह ने पेशेवर सर्किट में अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए बुल्गारिया के सामेत हुसेइनोव को दो राउंड से भी कम में हराकर नाकआउट से जीत की हैट्रिक पूरी की.

पहली बार छह दौर के मुकाबले में हिस्सा ले रहे विजेंदर ने दूसरे दौर में 35 सेकेंड के भीतर ही हुसेइनोव पर मुक्कों की ऐसी बरसात की कि रैफरी को मुकाबला रोककर भारतीय मुक्केबाज को तकनीकी नाकआउट के जरिये विजेता घोषित करना पडा.अक्तूबर में पदार्पण करने वाले ओलंपिक और विश्व चैम्पियनशिप के पूर्व कांस्य पदक विजेता विजेंदर पेशेवर मुक्केबाजी में अब तक अजेय हैं. उन्होंने अपनी तीनों जीत नाकआउट के जरिये तीन राउंड के अंदर दर्ज की हैं.

विजेंदर का मुकाबला देखने के लिए अच्छी संख्या में दर्शक मौजूद थे और उन्होंने ‘सिंह इज किंग’ की धुन पर स्टेडियम में प्रवेश किया. मुकाबले से पहले काफी बढ़चढ़कर बोलने वाले हुसेइनोव विजेंदर के रिंग में उतरते ही डरे हुए लगे. भारतीय ने रिंग में काफी सहज मूवमेंट की और बुल्गारिया के विरोधी को बैकफुट पर रखा. विजेंदर ने अपने दमदार जैब और अपरकट से हुसेइनोव को काफी परेशान किया.

पहले दौर में दबादबा बनाने वाले विजेंदर ने दूसरे दौर में हुसेइनोव पर मुक्कों की बारिश कर दी जिसके बाद रैफरी को बुल्गारिया के मुक्केबाज को बचाने के लिए बीच बचाव करना पड़ा. हुसेइनोव ने मुकाबले से पहले कहा था कि वह विजेंदर को ‘बुरी तरह पीटकर’ भारत भेज देंगे.विजेंदर ने इससे पहले अपने पिछले दो मुकाबलों में सोनी वाइटिंग और डीन गिलेन को हराया था. ब्रेक के लिए भारत लौट रहे विजेंदर ने कहा कि उनकी यह जीत उनके सभी प्रशंसकों के लिए क्रिसमस का तोहफा है.

विजेंदर ने कहा, ‘‘मैं नाकआउट के जरिये एक और जीत दर्ज करने और पेशेवर मुक्केबाजी में मुकाबला 3-0 करके खुश हूं. इस मुकाबले के लिए मैंने शारीरिक तौर पर काफी कड़ी मेहनत की थी और अपनी तकनीक में सुधार किया था जिससे मुझे ऐसे प्रतिद्वंद्वी को हराने में मदद मिली जिसे 14 मुकाबले खेलने का अनुभव है.”

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