नयी दिल्ली:भारत के ओलम्पिक पदक विजेता पहलवान योगेश्वर दत्त को भारतीय कुश्ती महासंघ और फीला के बीच वित्तीय विवाद का खामियाजा भुगतना पड़ा जब उसे विश्व संगठन के निर्देश पर अजरबेजान में गोल्डन ग्रां प्री कुश्ती प्रतियोगिता में मुकाबले में उतरने से रोक दिया गया.
भारतीय कुश्ती महासंघ ने गोल्डन ग्रां प्री के आयोजकों के पास एक मात्र पहलवान योगेश्वर का नाम भेजा था. 22 से 24 नवंबर तक हुई इस प्रतियोगिता में 35 देशों से करीब दो सौ पहलवानों ने भाग लिया. कोच विनोद कुमार के साथ प्रतियोगिता में भाग लेने गये योगेश्वर को उस समय हैरानी हुई जब आयोजकों ने अंतरराष्ट्रीय कुश्ती महासंघ (फीला) के कहने पर उन्हें प्रतियोगिता भाग लेने से रोक दिया.भारतीय कुश्ती महासंघ को इस साल दिल्ली में 18 से 22 अप्रैल को हुई एशियाई कुश्ती चैम्यिनशिप के समय का कुछ पैसा अभी चुकाना है. फीला ने अपना यह पैसा सितंबर में बुडापेस्ट में हुई विश्व कुश्ती चैम्पियनशिप के दौरान लेना था जिस पर भारतीय कुश्ती संघ ने कहा था उसका पैसा जल्दी दे दिया जाएगा.
फीला ने आदेश जारी किया कि जब तक भारतीय कुश्ती संघ से वित्तीय विवाद नहीं सुलझ जाए भारतीय पहलवान को टूर्नामेंट में भाग नहीं लेने दिया जाए.इस घटना के बारे में पूछने पर योगेश्वर ने कहा,‘‘ भारतीय कुश्ती महासंघ को ही यह पता होना चाहिये कि अजरबेजान में क्या हुआ. कुछ समस्या थी जिसके बारे में मैं नहीं जानता. मेरे साथ गये कोच विनोद कुमार से पूछा जाना चाहिये या फिर कुश्ती महासंघ के अधिकारी इस बारे में बता सकते हैं. मैं तो सिर्फ इतना जानता हूं कि भाग लेना तो दूर मेरा वजन तक नहीं हो पाया. ’’
योगेश्वर ने कहा,‘‘ मेरा इस प्रतियोगिता में भाग लेना जरुरी था क्योंकि यह प्रतियोगिता पहली बार फिला के नये नियमों के तहत खेली जा रही है. इसके अलावा मुङो 60 किग्रा के बजाय 66 किग्रा वजन वर्ग में भाग लेना था मेरे लिये प्रतियोगिता में भाग लिये बिना वापस आना निराशाजनक रहा. मै इस बारे में ज्यादा बात नहीं करना चाहता.’’भारतीय कुश्ती महासंघ के महासचिव राज सिंह से इस बारे में पूछने पर उन्होंने इस मामले को ज्यादा तूल नहीं देते हुए कहा योगेश्वर को वजन वर्ग बदलने के कारण भाग नहीं लेने दिया गया लेकिन इस विवाद के बारे में जोर देकर पूछने पर उन्होंने स्वीकार किया कि भुगतान में देरी होने के कारण समस्या हुई.सिंह ने कहा,‘‘ हम कोच की रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं तभी असली कारण पता चल पायेगा. हमने फीला से कहा कि उसका भुगतान कर दिया जाएगा लेकिन फीला ने हमसे कभी नहीं कहा कि वह इस कारण हमारे पहलवान को प्रतियोगिता में भाग नहीं लेने देंगे. ’’