पाक खिलाड़ियों ने कहा, सियासी तनाव का असर भारत-पाक हॉकी पर न आने दें

नयी दिल्ली : सियासी तनाव के कारण पहली हॉकी इंडिया लीग से एक भी मैच खेले बिना बाहर किये गए पाकिस्तानी खिलाड़ियों को आज भी इसका अफसोस है और वे चाहते हैं कि दोनों मुल्क खेलों को सियासत से अलग रखकर द्विपक्षीय हाकी संबंध बहाल करें. इस साल की शुरुआत में पहली हाकी इंडिया लीग […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 13, 2013 1:42 PM

नयी दिल्ली : सियासी तनाव के कारण पहली हॉकी इंडिया लीग से एक भी मैच खेले बिना बाहर किये गए पाकिस्तानी खिलाड़ियों को आज भी इसका अफसोस है और वे चाहते हैं कि दोनों मुल्क खेलों को सियासत से अलग रखकर द्विपक्षीय हाकी संबंध बहाल करें.

इस साल की शुरुआत में पहली हाकी इंडिया लीग में चुने गए नौ पाकिस्तानी खिलाड़ियों को सीमा पर तनाव के कारण स्वदेश लौटना पड़ा था और वे लीग के दूसरे सत्र में भी नजर नहीं आयेंगे. यहां जूनियर हॉकी विश्व कप खेलने आई टीम उन नौ में से तीन खिलाड़ी मोहम्मद तौसिक (मुंबई मैजीशियंस), कासिफ शाह (पंजाब वारियर्स) और मोहम्मद रिजवान जूनियर (दिल्ली वेवराइडर्स) शामिल हैं जिन्हें लीग में खेलने का मौका मिलने का इंतजार है.

मोहम्मद तौसिक ने कहा कि फ्रेंचाइजी से उनका अनुबंध तीन साल का है और उन्हें उम्मीद है कि कम से कम आखिरी साल में खेलने का मौका मिलेगा. तौसिक ने कहा, हम तो यहां खेलने आये थे और अभी भी खेलना चाहते हैं. भारत और पाकिस्तान के बीच हॉकी और क्रिकेट के मुकाबलों में लोगों की काफी दिलचस्पी होती है. हमें एशियाई हॉकी को जिंदा रखने के लिये भारत-पाक हाकी बहाल करनी होगी. पहले हाकी के सारे बड़े खिताब हमारे पास होते थे लेकिन अब यूरोपीय देश बहुत आगे निकल गए हैं. हमें अपना खोया गौरव हासिल करना है तो एक दूसरे से ज्यादा हाकी खेलनी चाहिये.

वहीं कासिफ शाह का मानना है कि आपसी तनाव का असर खेलों और खिलाड़ियों पर नहीं पड़ना चाहिये. उन्होंने कहा, खेलों को सियासत से अलग रखना चाहिये. खिलाड़ियों को बाकी चीजों से कोई लेना देना नहीं होता. भारत और पाकिस्तान मेंहॉकीका जबर्दस्त माहौल है और मैं पहली बार दिल्ली में खेल रहा हूं. बहुत अच्छा लग रहा है और मैं चाहता हूं कि हाकी इंडिया लीग में खेलने का मौका मिले.

दिल्ली राष्ट्रमंडल खेल 2010 में पाकिस्तानी टीम के सदस्य रहे तौसिक को आज भी भारत और पाकिस्तान के मैच में खचाखच भरा मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम का मंजर याद है. उन्होंने कहा, वह मैच मैं कैसे भूल सकता हूं. यह माहौल भारत और पाकिस्तान के हाकी मैच में ही बन सकता है. हमें यकीन है कि कल भी जूनियर विश्व कप के हमारे मुकाबले में ऐसी ही भीड़ होगी. हम आपस में एक दूसरे से खेलेंगे तो क्रिकेट की तरह हाकी में भी फिर दर्शक लौटेंगे.

मोहम्मद रिजवान जूनियर दिल्ली वेवराइडर्स के लिये तो नहीं खेल सके लेकिन दिल्ली में पहली बार खेलकर रोमांचित हैं. उन्होंने कहा, मैं हाकी लीग खेलने को लेकर बहुत उत्साहित था क्योंकि जिमी ड्वायेर, टान डे नूयेर, मौरित्ज फुर्त्से जैसे खिलाड़ियों के साथ खेलने का मौका कहां मिलता है. जब हमें लौटना पड़ा तो बहुत अफसोस हुआ लेकिन मैने टीवी पर सारे मैच देखे और लगा कि हम भी खेल पाते तो बहुत अच्छा होता. बहुत कुछ सीखने को मिलता.

कासिफ ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच हॉकी श्रृंखला जल्दी बहाल होनी चाहिये. उन्होंने कहा, पिछले साल पंजाब की टीम हमारे यहां पंजाब युवा खेलों में आई थी. चीन की टीम भी खेल चुकी है. भारतीय टीम भी वहां आयेगी तो उसका जबर्दस्त इस्तकबाल होगा. हम चाहते हैं कि भारत-पाक श्रृंखला जल्दी बहाल हो.

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