निचले दर्जे के टेनिस टूर्नामेंटों में ‘जबर्दस्त” मैच फिक्सिंग!

मेलबर्न : आस्ट्रेलिया ओपन से पहले टेनिस में भ्रष्टाचार के दावों के बाद अब एक सीनियर भ्रष्टाचार निरोधक अधिकारी ने कहा कि निचले दर्जे के टूर्नामेंटों में मैच फिक्सिंग आम बात है और इसका पता लगाने के पर्याप्त प्रयास नहीं किये जाते. आस्ट्रेलियाई ओपन शुरू होने से पहले एक रिपोर्ट में खुलासा किया गया था […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 20, 2016 1:09 PM

मेलबर्न : आस्ट्रेलिया ओपन से पहले टेनिस में भ्रष्टाचार के दावों के बाद अब एक सीनियर भ्रष्टाचार निरोधक अधिकारी ने कहा कि निचले दर्जे के टूर्नामेंटों में मैच फिक्सिंग आम बात है और इसका पता लगाने के पर्याप्त प्रयास नहीं किये जाते. आस्ट्रेलियाई ओपन शुरू होने से पहले एक रिपोर्ट में खुलासा किया गया था कि पिछले एक दशक में 16 से अधिक शीर्ष 50 में शामिल खिलाडी फिक्सिंग में लिप्त रहे हैं.

इंटरनेशनल सेंटर फोर स्पोर्ट सिक्योरिटी के क्रिस ईटोन ने कहा कि उच्च स्तर के टेनिस मैचों में भ्रष्टाचार की गुंजाइश कम है क्योंकि खिलाड़ियों को काफी पैसा मिलता है और वे प्रलोभन में नहीं आते. उन्होंने कहा ,‘‘ लेकिन दूसरे और निचले दर्जे के टूर्नामेंटों में काफी भ्रष्टाचार होता है और नियमित स्तर पर होता है.” ईटोन ने कहा कि सटोरिये मैचों के नतीजों पर सट्टा लगाकर हजारों डालर कमा सकते हैं और पूर्वी यूरोप तथा रुस में यह काफी आम चलन है.

उन्होंने यह भी कहा कि फुटबाल और क्रिकेट के बाद टेनिस सटोरियों के लिए तीसरा सबसे लोकप्रिय खेल है. उन्होंने कहा ,‘‘ फुटबाल या क्रिकेट की तरह यह फिक्सिंग के लिए उतना आकर्षक नहीं है लेकिन टेनिस मैच के नतीजे को प्रभावित आसानी से किया जा सकता है लिहाजा इसमें सट्टेबाजी की गुंजाइश काफी है.”

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