अजलान शाह हॉकी टूर्नामेंट : मलेशिया को 6-1 से रौंदकर भारत सातवीं बार पहुंचा फाइनल में
इपोह : भारत ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए मेजबान मलेशिया को ‘करो या मरो’ के मैच में 6-1 से हराकर सातवीं बार सुल्तान अजलान शाह कप हॉकी टूर्नामेंट के फाइनल में प्रवेश कर लिया. भारत को कल होने वाले फाइनल में प्रवेश के लिये हर हालत में आखिरी राउंड राबिन लीग मैच जीतना था. पांच […]
इपोह : भारत ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए मेजबान मलेशिया को ‘करो या मरो’ के मैच में 6-1 से हराकर सातवीं बार सुल्तान अजलान शाह कप हॉकी टूर्नामेंट के फाइनल में प्रवेश कर लिया. भारत को कल होने वाले फाइनल में प्रवेश के लिये हर हालत में आखिरी राउंड राबिन लीग मैच जीतना था. पांच बार के चैम्पियन भारतीय टीम मलेशिया को हराकर अंकतालिका में गत चैम्पियन न्यूजीलैंड से आगे रही.
भारत का सामना कल फाइनल में विश्व चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया से होगा जिसने आखिरी लीग मैच में कनाडा को 3-0 से हराकर अपना जीत का सिलसिला कायम रखा. ऑस्ट्रेलिया छह मैचों में 18 अंक लेकर शीर्ष पर रहा जबकि भारत के 12 और न्यूजीलैंड के 11 अंक रहे. ऑस्ट्रेलिया रिकार्ड आठ बार यह खिताब जीत चुका है और पिछले साल फाइनल में न्यूजीलैंड से हारा था जबकि भारत ने कांस्य पदक जीता था.
भारत के लिये एस वी सुनील (दूसरा मिनट), हरजीत सिंह (सातवां), रमनदीप सिंह (25वां और 39वां), दानिश मुज्तबा (27वां), तलविंदर सिंह (50वां) ने गोल किये जबकि मलेशिया के लिये एकमात्र गोल शाहरिल सबा (46वां) ने किया.
भारतीय टीम आखिरी बार 2010 में इस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंची थी जब फाइनल में बारिश के कारण उसे और दक्षिण कोरिया को संयुक्त विजेता घोषित किया गया था. न्यूजीलैंड की टीम अब कांस्य पदक के मैच में मेजबान मलेशिया से खेलेगी.
मलेशिया अंकतालिका में चौथे स्थान पर रहा. मलेशिया को अंकतालिका में न्यूजीलैंड से आगे जाने के लिये भारत को सात गोल से हराना था लेकिन वे विश्व हाकी लीग सेमीफाइनल में भारत से मिली हार का बदला चुकता नहीं कर सके. अजलान शाह कप में भारत के खिलाफ मलेशिया को पिछली बार जीत पिछले साल लीग मैच में मिली थी. भारत की शुरुआत धीमी रही और शुरुआती पांच मिनट में गोल करने के चार मौके भारत ने गंवाये लेकिन दूसरे मिनट में निकिन थिमैया के पास पर सुनील ने गोल दागा.
भारत अगले मिनट में दूसरा गोल कर सकता था जब रमनदीप को सर्कल के भीतर गेंद मिली लेकिन उसका निशाना चूक गया. हरजीत ने मेजबान डिफेंडरों की चूक का फायदा उठाकर दूसरा गोल किया.