नयी दिल्ली : भारतीय हाकी टीम मलेशिया में सुल्तान अजलन शाह कप में रजत पदक हासिल करने के बाद आज स्वदेश लौटी. वर्ष 2010 के बाद इस साल टीम का यह सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा, टीम ने 2010 में स्वर्ण पदक जीता था. भारत ने जापान, कनाडा, पाकिस्तान और मलेशिया को पराजित किया लेकिन फाइनल में आस्ट्रेलिया से हार गया और उसे रजत पदक से संतोष करना पड़ा.
टीम में काफी युवा, गैर अनुभवी चेहरे थे, जिन्होंने टूर्नामेंट में 18 गोल दागे जिससे टीम गोल दागने के मामले में दूसरे स्थान पर रही. स्वदेश लौटने के बाद कप्तान सरदार सिंह ने कहा, ‘‘यह युवाओं के लिए अच्छा अनुभव था, जो पहली बार सीनियर टीम के साथ खेल रहे थे. विशेषकर हरमनप्रीत, सुरेंद्र और हरजीत ने दिखा दिया कि वे उच्च स्तर पर खेलने के लिए सक्षम हैं. ये सभी टीम में अच्छी तरह से फिट हो गये.
” कोच रोलैंट ओल्टमैंस ने भी कहा, ‘‘यह रियो ओलंपिक के लिए अच्छी तैयारी है. हमने अपनी कुछ कमियों को पहचाना, जो ऐसे टूर्नामेंट में साफ पता चल जाती हैं. अब हम इन कमियों पर काम कर सकते हैं ताकि सुनिश्चित किया जा सके कि हम ओलंपिक में मजबूत प्रदर्शन कर सकें. ”