नयी दिल्ली : ओलिंपिक चैंपियन जर्मनी के खिलाफ मनोबल बढ़ानेवाले ड्रॉ के बाद भारत को हॉकी विश्व लीग फाइनल में बुधवार को यहां होनेवाले क्वार्टर फाइनल में ऑस्ट्रेलिया की कड़ी चुनौती का सामना करना होगा. पूल ए के अपने पहले दो मैचों में बेहतर रैंकिंगवाले इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के खिलाफ शिकस्त के बाद भारत ने सोमवार को मेजर ध्यानचंद राष्ट्रीय स्टेडियम में दुनिया की नंबर एक टीम जर्मनी को 3-3 से बराबरी पर रोक दिया था.
पहले दो मैचों में बेहद खराब प्रदर्शन करनेवाले भारत ने जर्मनी की मजबूत टीम के खिलाफ अपने अंतिम पूल मैच में कहीं बेहतर प्रदर्शन किया. जर्मनी के खिलाफ भारतीय टीम अधिक संयोजित और लय में दिखी, जबकि उसका आक्रमण और डिफेंस भी बेहतर था. मैच के दौरान भारतीय टीम ने अधिकांश समय विरोधी टीम पर दबदबा बनाये रखा. कप्तान सरदार सिंह अगर अंतिम लम्हों में डिफेंस में चूक नहीं करते, तो भारत जर्मनी को हरा सकता था.
भारतीय मिडफील्ड और फारवर्ड पंक्ति ने कई मौके बनाये, जो इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले दो मैचों में देखने को नहीं मिला था. भारत के लिए परेशानी का सबब रहे डिफेंस ने भी जर्मनी के खिलाफ मजबूत प्रदर्शन किया और विरोधी टीम के कई हमलों को नाकाम किया.