नयी दिल्ली: आस्ट्रेलिया जैसी मजबूत टीम पर शुरुआती चौबीस मिनट में दो गोल से बढत बनाने के बाद भारतीय हाकी टीम ने फिर लय खो दी और रोमांचक हो सकने वाले मुकाबले को एकतरफा बनाते हुए विश्व हाकी लीग फाइनल्स के क्वार्टर फाइनल में 2-7 से हार गई.
मैच के शुरुआती 24 मिनट तक भारतीय टीम के खेल को देखकर लगने लगा था कि जर्मनी के खिलाफ जो उलटफेर होते होते रह गया, वह आज होकर रहेगा. रक्षण से लेकर आक्रमण और खिलाड़ियों के आपसी तालमेल सभी में भारतीय खिलाड़ी आस्ट्रेलिया जैसी कद्दावर टीम पर भारी पड़ते दिख रहे थे. मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम पर ही रिक चाल्र्सवर्थ की टीम के हाथों भारत को राष्ट्रमंडल खेल 2010 में 8-0 से और फिर विश्व हाकी लीग के सेमीफाइनल में पिछले साल 5-1 से पिटते देख चुके हाकीप्रेमी शायद इस मैच का नतीजे पहले ही अनुमान लगा चुके थे लेकिन शुरुआती खेल को देखकर लगा कि भारत इसे झुठला देगा.
लेकिन 24वें मिनट से जो मैच का पासा पलटा तो टीम इंडिया की वापसी के सारे दरवाजे एक एक करके बंद होते गए. आस्ट्रेलिया के लिये निकोलस बजियोन (24वां), जासन विल्सन (29वां), ग्लेन टर्नर (35वां), रसेल फोर्ड (41वां और 47वां) , साइमन ओर्चार्ड (45वां), जैकब वेटोन ( 65वां ) ने गोल दागे जबकि भारत के लिये बीरेंद्र लाकड़ा (छठा मिनट ) और युवराज वाल्मीकि (11वां मिनट) ने गोल दागे.