विश्व हॉकी लीग : न्यूजीलैंड को हरा कर हॉलैंड ने जीता खिताब

नयी दिल्ली : जोंकेर कोंस्टेंटिन के तीन गोल की मदद से लंदन ओलिंपिक रजत पदक विजेता हॉलैंड ने एकतरफा फाइनल में न्यूजीलैंड को 7-2 से हराकर पहला विश्व हॉकी लीग खिताब अपने नाम कर लिया. इस साल पुरुष हॉकी विश्व कप की मेजबानी कर रहे हॉलैंड ने सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराया था जबकि न्यूजीलैंड […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 19, 2014 7:58 AM

नयी दिल्ली : जोंकेर कोंस्टेंटिन के तीन गोल की मदद से लंदन ओलिंपिक रजत पदक विजेता हॉलैंड ने एकतरफा फाइनल में न्यूजीलैंड को 7-2 से हराकर पहला विश्व हॉकी लीग खिताब अपने नाम कर लिया. इस साल पुरुष हॉकी विश्व कप की मेजबानी कर रहे हॉलैंड ने सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराया था जबकि न्यूजीलैंड ने इंग्लैंड पर अप्रत्याशित जीत दर्ज की थी.

विश्व रैंकिंग में अपने से तीन पायदान नीचे सातवें स्थान पर काबिज न्यूजीलैंड को इस बेमेल मुकाबले में डच टीम ने हर विभाग में बौना साबित कर दिया. उसने पहले हाफ में तीन और दूसरे हाफ में चार गोल दागे. हॉलैंड के लिये कोंस्टेंटिन ने तीन (17वां, 35वां, 61वां मिनट), बिली बाकेर (24वां और 59वां मिनट) ने दो गोल किये जबकि डी वी बॉब (36वां मिनट) और रोजियर हॉफमैन (45वां) ने एक एक गोल किया. वहीं न्यूजीलैंड के लिए दोनों गोल दूसरे हाफ में स्टीव एडवर्ड्स (37वां और 52वां मिनट) ने किये.

हॉलैंड के राबर्ट केंपरमैन को प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया जिन्हें पुरस्कार के तौर पर हॉकी इंडिया ने दो लाख रुपये दिये. वहीं इंग्लैंड के जॉर्ज पिनेर को सर्वश्रेष्ठ गोलकीपर और भारत के मनदीप सिंह को सर्वश्रेष्ठ युवा खिलाड़ी के पुरस्कार के तौर पर एक एक लाख रुपये दिये गये. एफआइएच ने इस मौके पर जर्मनी के तोबियास हाउके को वर्ष 2013 के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का पुरस्कार भी प्रदान किया.

* बेल्जियम से हारा भारत

एक गोल से बढ़त बनाने के बाद आखिरी चार मिनट में दो गोल गंवा कर भारतीय हॉकी टीम बेल्जियम के हाथों 1-2 से हारने के बाद विश्व हॉकी लीग फाइनल्स में छठे स्थान पर रही. पिछले मैच में ओलिंपिक चैंपियन और दुनिया की नंबर एक टीम जर्मनी को 5-4 से हरानेवाली भारतीय टीम को विश्व रैंकिंग में पांचवें स्थान पर काबिज बेल्जियम ने नाकों चने चबवा दिये. पहला हाफ गोलरहित रहने के बाद भारत के लिए निकिन थिमैया ने 59वें मिनट में मैच का पहला गोल किया.

भारत की बढ़त 67वें मिनट तक बरकरार रही, लेकिन बेल्जियम ने दो मिनट के भीतर दो गोल करके टूर्नामेंट में पांचवां स्थान हासिल करने के भारत के मंसूबों पर पानी फेर दिया.बेल्जियम के लिए फ्लोरेंट वान ओबेल (67वां) और टॉम बून (68वां मिनट) ने गोल किये. भारतीय गोलकीपर पीआर श्रीजेश ने अगर मुस्तैदी नहीं दिखायी होती, तो बेल्जियम की जीत का अंतर और अधिक होता. करीब तीन शर्तिया गोल बचानेवाले श्रीजेश को उनके प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया. टूर्नामेंट में छठे स्थान पर रहने से भारत को विश्व रैंकिंग में तीन स्थान का फायदा होगा यानी मौजूदा दसवें स्थान से टीम सातवें स्थान पर पहुंच जायेगी.

पहले हाफ में कोई भी टीम गोल नहीं कर सकी और न ही किसी टीम को पेनाल्टी कॉर्नर मिला. दोनों ओर से खिलाड़ियों ने कई अच्छे और करीबी मूव बनाये लेकिन फिनिशिंग तक नहीं ले जा सके.

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