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भारत में मुक्केबाजी खत्म हो गई : मैरीकोम

बेंगलुरु : भारत की सबसे सफल महिला मुक्केबाज एमसी मैरीकोम ने आज दुख जताया कि भारत में यह खेल लगभग खत्म हो गया है क्योंकि राष्ट्रीय संघ की गैरमौजूदगी में प्रतियोगिताओं का आयोजन नहीं हो पा रहा है. मैरीकोम ने यहां अल्टीमेट मुक्केबाजी चैम्पियनशिप के उद्घाटन के दौरान कहा, ‘‘भारत में मुक्केबाजी लगभग खत्म हो […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 26, 2016 3:33 PM

बेंगलुरु : भारत की सबसे सफल महिला मुक्केबाज एमसी मैरीकोम ने आज दुख जताया कि भारत में यह खेल लगभग खत्म हो गया है क्योंकि राष्ट्रीय संघ की गैरमौजूदगी में प्रतियोगिताओं का आयोजन नहीं हो पा रहा है.

मैरीकोम ने यहां अल्टीमेट मुक्केबाजी चैम्पियनशिप के उद्घाटन के दौरान कहा, ‘‘भारत में मुक्केबाजी लगभग खत्म हो गई है. भारत में पिछले दो साल में कोई बडी प्रतियोगिता नहीं हुई है. अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में पदक जीतने के बाद भारतीय ध्वज के लहराए जाने के दौरान मेरी आंखों में आने वाले आंसू की मुझे कमी खल रही है.” मैरीकोम ने हालांकि एक बार फिर स्पष्ट किया कि संन्यास का ख्याल उनके दिमाग में नहीं है और वह तीन साल और खेलना चाहती हैं.

उन्होंने कहा, ‘‘वाइल्डकार्ड नहीं मिलना दुर्भाग्यपूर्ण है लेकिन अगले तीन साल तक खेलना जारी रखूंगी.” लंदन ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता मैरीकोम ने इस दौरान दुती चंद को बधाई दी जिन्होंने महिला 100 मीटर स्पर्धा में ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया.

मैरीकोम ने कहा, ‘‘मैं रियो ओलंपिक में क्वालीफाई करने के लिए दुती को बधाई देती हूं. ओलंपिक में देश का प्रतिनिधित्व करना बड़े सम्मान की बात है. यह बड़े गौरव की बात है क्योंकि वह पीटी उषा के बाद 100 मीटर दौड़ के लिए क्वालीफाई करने वाली 36 साल में पहली भारतीय महिला हैं.” मैरीकोम का मानना है कि दुती की उपलब्धि अधिक काबिलेतारीफ है क्योंकि किसी बड़ी एथलेटिक्स प्रतियोगिता के लिए क्वालीफाई करना मुक्केबाजी में पदक जीतने से मुश्किल है.

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