विंबलडन : फेडरर तीन मैच प्वाइंट बचाकर पहुंचे सेमीफाइनल में
लंदन : रोजर फेडरर ने अपने अनुभव और कौशल का उत्कृष्ट नजारा पेश करके आज यहां एक बेहद रोमांचक मैच में तीन मैच प्वाइंट बचाकर क्रोएशिया के मारिन सिलिच की उम्मीदों पर पानी फेरा तथा 11वीं बार विंबलडन टेनिस टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में पहुंचकर ग्रैंडस्लैम में सर्वाधिक जीत दर्ज करने का नया रिकार्ड भी बनाया. […]
लंदन : रोजर फेडरर ने अपने अनुभव और कौशल का उत्कृष्ट नजारा पेश करके आज यहां एक बेहद रोमांचक मैच में तीन मैच प्वाइंट बचाकर क्रोएशिया के मारिन सिलिच की उम्मीदों पर पानी फेरा तथा 11वीं बार विंबलडन टेनिस टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में पहुंचकर ग्रैंडस्लैम में सर्वाधिक जीत दर्ज करने का नया रिकार्ड भी बनाया.
सात बार के चैंपियन तीसरी वरीयता प्राप्त फेडरर सेंटर कोर्ट पर छठी वरीय मारिन सिलिच से पहले दो सेट गंवा बैठे थे. लेकिन इसके बाद उन्होंने अच्छी वापसी की तथा 6-7, 4-6, 6-3, 7-6, 6-3 से जीत दर्ज करके सेमीफाइनल में कनाडा के मिलोस राओनिक से भिड़ने का हक पाया.
फेडरर ने इस बीच चौथे सेट में तीन मैच प्वाइंट बचाये. अपनी तीखी सर्विस के लिये मशहूर छठी वरीयता प्राप्त राओनिक ने अमेरिका के सैम क्वेरी को 6-4, 7-5, 5-7, 6-4 से हराकर दूसरी बार विंबलडन सेमीफाइनल में जगह बनायी. वह कनाडा के पहले खिलाड़ी बन गये हैं जिन्होंने एक से अधिक बार विंबलडन के अंतिम चार में प्रवेश किया. स्विस स्टार फेडरर की यह विंबलडन में 84वीं और ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंटों में 307वीं जीत है.
इस तरह से उन्होंने मार्टिना नवरातिलोवा के 306 मैचों में जीत के रिकार्ड को तोड़ा. वह 40वीं बार किसी ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में पहुंचे हैं. इस तरह से उन्होंने रिकार्ड आठवें विंबलडन खिताब की अपनी उम्मीद बरकरार रखी है. वह 1974 में 39 वर्षीय केन रोजवाल के बाद विंबलडन सेमीफाइनल में पहुंचने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ी भी बन गये हैं.