नाडा को नरसिंह ने दी 600 पन्नों में सफाई, फैसला आज
नयी दिल्ली : नरसिंह यादव ओलिंपिक में भाग ले पायेंगे या नहीं इसका फैसला गुरुवार को यानी आज किया जायेगा, क्योंकि राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) के अनुशासन पैनल ने इस पहलवान से जुड़े डोप विवाद पर सुनवाई बुधवार को स्थगित कर दी. इस बीच नरसिंह दूसरे डोप परीक्षण में भी नाकाम रहे और उन्होंने […]
नयी दिल्ली : नरसिंह यादव ओलिंपिक में भाग ले पायेंगे या नहीं इसका फैसला गुरुवार को यानी आज किया जायेगा, क्योंकि राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) के अनुशासन पैनल ने इस पहलवान से जुड़े डोप विवाद पर सुनवाई बुधवार को स्थगित कर दी. इस बीच नरसिंह दूसरे डोप परीक्षण में भी नाकाम रहे और उन्होंने दो साथी पहलवानों के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी है. साढ़े तीन घंटे तक चली सुनवाई के दौरान नरसिंह और उनके कई वकीलों ने नाडा समिति के सामने अपना पक्ष रखा. नरसिंह के वकील विदुषपत सिंहानिया ने कहा कि नाडा को 600 पन्नों में हलफनामा दिया है. हमें नाडा पैनल पर पूरा विश्वास है.
दूसरे टेस्ट में भी फेल
इन सुनवाई के बीच नरसिंह यादव पांच जुलाई को हुए दूसरे डोप टेस्ट में भी नाकाम रहे हैं. समझा जाता है कि 25 जून के डोप टेस्ट में नाकाम रहने पर अस्थायी निलंबन झेल रहे नरसिंह के पांच जुलाई को हुए टेस्ट के भी ए और बी नमूने पॉजीटिव पाये गये. भारतीय कुश्ती महासंघ के सूत्र ने प्रतिबंधित एनाबालिक स्टेरायड मेथांडिएनोन का हवाला देते हुए बताया यह वहीं पदार्थ है, जो पहले टेस्ट में पाया गया था. इसका शरीर से बाहर जाना संभव नहीं था.
आरोपित की पहचान हुई
नरसिंह यादव डोपिंग मामले में जिस पहलवान पर खाने में कुछ मिलाने का आरोप लग रहा है, उनके नाम जीतेश और सुमित हैं. उनकी तसवीर भी सामने आयी है. नरसिंह यादव ने पुलिस में दी शिकायत में दिल्ली के इस जूनियर पहलवान पर आरोप लगाया है कि उनके खाने में इसी शख्स ने प्रतिबंधित दवा मिलायी है.
माता-पिता अनशन पर
इधर, नरसिंह के के समर्थन में उनका गांव चोलापुर का नीम मुरेरी आंदोलन की राह पर चल पड़ा है. धरसौना-नियार मार्ग पर गांव व आसपास के बड़ी संख्या में लोगों ने धरना दिया. नरसिंह के माता-पिता ने अन्न-जल त्याग दिया है. उन्होंने केंद्र सरकार से सीबीआइ जांच की मांग की है. नरसिंह के माता-पिता का कहना है कि उनका बेटा निर्दोष है. जब तक न्याय नहीं मिलेगा अन्न-जल ग्रहण नहीं करेंगे. बनारस की जनता में गहरी नाराजगी देखने को मिल रही है.
ओलिंपिक में नरसिंह की जगह राणा के जाने पर अब भी संदेह के बादल
भारतीय कुश्ती महासंघ ने डोप प्रकरण में फंसे नरसिंह यादव के विकल्प के तौर पर रियो ओलिंपिक की 74 किलो फ्रीस्टाइल स्पर्धा में प्रवीण राणा का नाम तय किया है, जो नरसिंह को क्लीन चिट नहीं मिलने की दशा में खेलेंगे. हालांकि केंद्रीय खेल मंत्री ने अन्य को भेजने से इनकार कर दिया है. इससे संदेह की स्थिति पैदा हो गयी है. लोकसभा में खेल मंत्री विजय गोयल ने साफ कहा कि नियमों के मुताबिक किसी खिलाड़ी को नरसिंह के बदले नहीं भेजा जा सकता.
बिहार की सांसद ने की सीबीआइ जांच की मांग
कांग्रेस सांसद रंजीता रंजन ने नरसिंह डोप टेस्ट विवाद को सदन में उठाते हुए मामले को बेहद गंभीर बताया और कहा कि इस मामले में सीबीआइ जांच होनी चाहिए. रंजीता ने कहा कि देश के लिए ओलिंपिक में क्वालिफाइ करने के लिए या देश के लिए ओलिंपिक में खेले के लिए एक खिलाड़ी सालों-साल मेहनत कर इस मकाम तक पहुंचता है.