नयी दिल्ली : भारतीय स्टार टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा और मार्टिना हिंगिस ने अचानक अपनी शानदार जोड़ी तोड़ने का फैसला किया है जिसने पिछले साल विश्व टेनिस में तहलका मचा दिया था जब उन्होंने साल के अंत के डब्ल्यूटीए चैम्पियनशिप सहित नौ खिताब अपनी झोली में डाले थे.
सानिया और स्विस स्टार मार्टिना ने पिछले साल मार्च में लगातार तीन खिताब (इंडियन वेल्स, मियामी और चार्ल्सटन में) जीतकर धमाके के साथ अपनी भागीदारी की शुरुआत की थी. मार्टिना के साथ भागीदारी में चार्ल्सटन में खिताब जीतकर सानिया दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी बनी थी.
मार्टिना के साथ ही उन्होंने विम्बलडन में अपना पहला महिला युगल ग्रैंडस्लैम खिताब भी जीता था. बाद में इस जोड़ी ने 2015 यूएस ओपन भी जीता था. सानिया के करीबी सूत्रों ने कहा, ‘‘हां, साझेदारी खत्म हो गयी है. इन्होंने पिछले पांच महीनों में इच्छा अनुरुप परिणाम नहीं हासिल किये. आप देखिये, वे शीर्ष 100 के बाहर की खिलाडियों से हार गयीं और यह साफ दिखता है कि कुछ गलत है. लेकिन यह एक नियमित प्रक्रिया है, अगर परिणाम नहीं मिल रहे तो आप जोडीदार बदल सकते हैं. ‘ सानिया अब दुनिया की 21वें नंबर की चेक गणराज्य की खिलाड़ी बारबोरा स्टरीकोवा के साथ जबकि हिंगिस अमेरिका की कोको वंदेवेघे के साथ जोड़ी बनाएंगी.
सानिया अब स्टरीकोवा के साथ सिनसिनाटी टूर्नामेंट में खेलेंगी जबकि वह न्यू हेवन में अमेरिका की बेथानी माटेक सैंड्स के साथ जोड़ी बनायेंगी. इसके बाद वह फिर चेक गणराज्य की स्टरीकोवा के साथ सत्र के अंतिम ग्रैंडस्लैम यूएस ओपन में खेलेंगी. सूत्र ने कहा, ‘‘यह उपलब्धता का सवाल था और बारबोरा स्टरीकोवा का बैकहैंड काफी अच्छा है इसलिये वे खेल के पहलू में एक दूसरे की पूरक हो जायेंगी. ‘
सानिया और मार्टिना ने 2016 सत्र में भी अपनी शानदार फार्म जारी रखते हुए लगातार चार टूर्नामेंट अपने नाम किया जिसमें साल का तीसरा ग्रैंडस्लैम आस्ट्रेलियाई ओपन भी शामिल है. इन दोनों ने 41 मैच जीतने की लय जारी रखी जो इस साल फरवरी में दोहा में खत्म हुई थी जिसमें वे रुस की एलीना वेसनिना और दारिया कासातकिना से हार गयी थीं.
हालांकि दुनिया की नंबर एक जोड़ी के पिछले पांच महीनों में परिणाम अच्छे नहीं रहे. सत्र की शुरुआत में चार खिताब जीतने के बाद वे केवल एक ट्रॉफी (रोम) ही अपने नाम कर सकीं. यह जोड़ी विम्बलडन खिताब का बचाव करने में भी असफल रही. पिछले महीने मांट्रियल में हुए टूर्नामेंट दोनों का साथ साथ अंतिम टूर्नामेंट था, जिसमें उन्हें क्वार्टरफाइनल में शिकस्त का मुंह देखना पड़ा था. इन दोनों ने 16 महीने लंबे समय तक भागीदारी में कुल 14 ट्राफियां अपने नाम की हैं, जिसमें तीन ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट शामिल हैं. दोनों खिलाड़ी रियो ओलंपिक में खेल रही हैं.