नयी दिल्ली : सानिया मिर्जा और मार्तिना हिंगिस ने कहा है कि उन्होंने अलग खेलने का फैसला पिछले कुछ समय में अनुकूल नतीजे नहीं मिल पाने की वजह से लिया लेकिन वे आखिरी बार अक्तूबर में सत्र के आखिरी डब्ल्यूटीए फाइनल्स में साथ खेलेंगे. एक अप्रत्याशित घटनाक्रम में सानिया और हिंगिस ने अपनी साझेदारी खत्म करने का फैसला किया. दोनों ने पिछले साल सत्र की आखिरी डब्ल्यूटीए चैम्पियनशिप समेत नौ खिताब जीते थे.
दोनों ने एक संयुक्त बयान में कहा ,‘‘ तीन ग्रैंडस्लैम जीत और 11 डब्ल्यूटीए खिताब जीतने के बाद हमने मिलकर फैसला किया कि सत्र के बाकी हिस्से में अलग- अलग जोडीदारों के साथ खेलेंगे. अतीत में हमारे शानदार नतीजों के कारण लोगों को हमारी साझेदारी से काफी अपेक्षायें थी और हम हाल ही में वैसे नतीजे नहीं दे सके. हम स्पष्ट करना चाहते हैं कि यह फैसला पिछले नतीजों के आधार पर लिया गया है और पूरी तरह से पेशेवर है.” सानिया और हिंगिस ने पिछले साल मार्च में साथ खेलना शुरु किया था और इंडियन वेल्स, मियामी और चार्ल्सटन में लगातार तीन खिताब जीते. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस फैसले का असर उनके बेहतरीन व्यक्तिगत संबंधों पर नहीं पडेगा.
बयान में कहा गया ,‘‘ पेशेवर फैसले का असर हमारे व्यक्तिगत संबंधों पर नहीं पडेगा और यह बेहतरीन संबंध बने रहेंगे. हम सिंगापुर में अक्तूबर में आखिरी बार सत्र का आखिरी डब्ल्यूटीए फाइनल खेलेंगे जिसके लिये सैंटीना पहले ही क्वालीफाई कर चुकी हैं. हमें उम्मीद है कि इससे मीडिया में चल रही मनगढंत खबरों पर विराम लग जायेगा.” चार्ल्सटन में खिताब जीतने के बाद मार्तिना और सानिया दुनिया की नंबर एक जोडी बन गए थे. सानिया ने मार्तिना के साथ विम्बलडन महिला युगल खिताब भी जीता. इसके बाद दोनों ने 2015 में अमेरिकी ओपन भी अपने नाम किया. इस सत्र में शुरुआत में चार खिताब जीतने के बाद वे सिर्फ रोम में एक खिताब जीत सके. इसके अलावा विम्बलडन खिताब भी बरकरार नहीं रख सके. पिछले महीने मांट्रियल में वे क्वार्टर फाइनल में हार गए.