सोच्चि : शीतकालीन ओलंपिक खेलों के रंगारंग उद्घाटन समारोह के बाद अब रुस के इस शहर में पदकों का मुकाबला शुरु होगा. राष्ट्रपति ब्लादीमिर पुतिन ने 22वें शीतकालीन ओलंपिक की शुरुआत का ऐलान किया. समलैंगिकता अधिकारों को लेकर रुस के रिकार्ड से लेकर सुरक्षा तक इन खेलों पर विवादों का साया बना रहा लेकिन अब सारा फोकस खेलों पर रहेगा.
पहले दिन आज पांच स्वर्ण दाव पर लगे होंगे जिसमें पहला स्वर्ण महिला क्रासकंटरी स्कीयाथलन में जीता जायेगा. नार्वे के बायथलीट ओले एनार बोएर्नाडालेन अगर यह जीत जाते है तो वह सबसे सफल शीतकालीन ओलंपियन बन जायेंगे.
करीब 40000 की क्षमता वाले फिश्ट स्टेडियम में इन खेलों की शुरुआत तकनीकी गड़बड़ी के साथ हुई जब ओलंपिक रिंग में बदलने वाले पांच कृत्रिम हिमकणों में से एक मंच पर था ही नहीं जिससे चार रिंग से ही काम चलाना पड़ा. इसके बाद कार्यक्रम हालांकि बेहद दर्शनीय रहा जिससे दुनिया भर के लाखों लोगों को रुस के इतिहास और संस्कृति की झलक एक युवती ल्युबोव ने दिखाई.
ओलंपिक कुंड को दो बार की तिहरी स्वर्ण पदक विजेता सोवियत शीतकालीन ओलंपियन स्केटर इरिना रोडनिना और आइस हाकी धुरंधर व्लादीस्लाव त्रेतयाक ने प्रज्जवलित किया. रुसी टेनिस स्टार मारिया शारापोवा मशाल को स्टेडियम के भीतर लेकर आई थी औश्र आखिरी रिले में ओलंपिक लयबद्ध जिम्नास्टिक चैम्पियन एलिना काबायेवा ने भी भाग लिया.