ऑस्ट्रेलियाई ओपन : नडाल और फेडरर में होगा का खिताबी टक्‍कर

मेलबर्न : राफेल नडाल ने पांच सेट तक चले बेहद संघर्षपूर्ण मुकाबले में ग्रिगोर दिमित्रोव को हराकर ऑस्ट्रेलियाई ओपन टेनिस टूर्नामेंट में अपने कट्टर प्रतिद्वंद्वी रोजर फेडरर के खिलाफ रोमांचक फाइनल की नींव रखी. नडाल ने अपने करियर की सबसे कड़ी लेकिन महत्वपूर्ण जीत में से एक दर्ज की लेकिन इसके लिये उन्हें राड लेवर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 28, 2017 9:32 AM

मेलबर्न : राफेल नडाल ने पांच सेट तक चले बेहद संघर्षपूर्ण मुकाबले में ग्रिगोर दिमित्रोव को हराकर ऑस्ट्रेलियाई ओपन टेनिस टूर्नामेंट में अपने कट्टर प्रतिद्वंद्वी रोजर फेडरर के खिलाफ रोमांचक फाइनल की नींव रखी.

नडाल ने अपने करियर की सबसे कड़ी लेकिन महत्वपूर्ण जीत में से एक दर्ज की लेकिन इसके लिये उन्हें राड लेवर ऐरेना में चार घंटे 56 मिनट तक पसीना बहाना पड़ा. आखिर में वह बुल्गारियाई दिमित्रोव को 6-3, 5-7, 7-6, 6-7, 6-4 से हराकर फाइनल में जगह बनाने में सफल रहे. नडाल ने अपनी जुझारु क्षमता का शानदार नमूना पेश करते हुए पांचवें सेट के नौवें गेम में 0-30 से पिछड़ने के बाद दिमित्रोव की सर्विस तोड़कर 5-4 से बढ़त हासिल की.

दिमित्रोव भी हालांकि हार मानने के लिये तैयार नहीं थे। उन्होंने बहुत अच्छी तरह से दो मैच प्वाइंट बचाये लेकिन तीसरे मैच प्वाइंट पर नडाल जीत दर्ज करने में कामयाब रहे. वह खुशी में अपने घुटनों के बल पर बैठ गये और फिर जीत का जश्न मनाया.

नडाल ने कहा कि नौवीं बार किसी ग्रैंडस्लैम के फाइनल में फेडरर का सामना करना सम्मान की बात है. ये दोनों दिग्गज खिलाडी 2011 के फ्रेंच ओपन के बाद पहली बार किसी ग्रैंडस्लैम फाइनल में आमने सामने होंगे. उन्होंने कहा, ‘‘यह बेहद खास है. हम दोनों फिर से किसी ग्रैंडस्लैम के फाइनल में है और हमारे पास दो साल तक कुछ समस्याओं से जूझने के बाद फिर से एक दूसरे का मुकाबला करने का मौका है.

मुझे लगता है कि हम दोनों में से किसी ने नहीं सोचा था कि हम ऑस्ट्रेलियाई ओपन में फिर से एक दूसरे के खिलाफ फाइनल खेलेंगे. ” नडाल ने 2009 में यहां फाइनल में फेडरर को हराया था. ग्रैंडस्लैम फाइनल में उनका फेडरर पर 6-3 का रिकार्ड है. नडाल चौथी बार आस्ट्रेलियाई ओपन और कुल 21वीं बार किसी ग्रैंडस्लैम के फाइनल में पहुंचे हैं.

स्पेन के 30 वर्षीय खिलाड़ी नडाल ने अपना आखिरी ग्रैंडस्लैम खिताब 2014 में फ्रेंच ओपन के रुप में जीता था. इसके बाद उन्हें चोटों से जूझना पडा था. नडाल की निगाह अब अपना दूसरा ऑस्ट्रेलियाई ओपन खिताब जीतने पर लगी हैं. इससे वह चारों ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट दो-दो बार जीतने वाले ओपन युग में पहले खिलाडी और ओवरआल तीसरे पुरुष खिलाड़ी बन जाएंगे.

नडाल और दिमित्रोव ने इस ऐतिहासिक सेमीफाइनल में आखिर तक हार नहीं मानी. दो सेट टाईब्रेकर तक गये जिनमें से एक नडाल तो दूसरा दिमित्रोव ने जीता. मैच आधी रात के बाद तक खिंचा. फेडरर ने गुरुवार को पहले सेमीफाइनल में हमवतन स्विस खिलाड़ी स्टैन वावरिंका को हराया था. यह मैच भी पांच सेट तक चला था.

इससे पहले आखिरी बार 2009 में रोलां गैरां में पुरुष एकल के दोनों सेमीफाइनल पांच सेट तक खिंचे थे. तब फेडरर ने जुआन मार्टिन डेल पोत्रों को जबकि रोबिन सोडरलिंग ने फर्नांडो गोंजालेज को हराया था. यह भी संयोग है कि इस बार महिला और पुरुष दोनों वर्ग के फाइनल में पहुंचे चारों खिलाड़ी 30 वर्ष या उससे अधिक उम्र के हैं. महिला एकल का फाइनल विलियम्स बहनों वीनस और सेरेना के बीच खेला जाएगा जिनकी उम्र क्रमश: 36 और 35 वर्ष है.

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