अब नये सिरे से होंगे आईबीएफ के चुनाव
नई दिल्ली: भारत को बर्खास्त करने के अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ के फैसले के बाद अब आईबीएफ को नये सिरे से चुनाव कराने होंगे जिससे मौजूदा पदाधिकारी अभी तक बचते आये हैं. एआईबीए का यह फैसला अभय चौटाला विरोधी गुट के लिये वरदान बनकर आया है जो नये महासंघ का हिस्सा बनने के लिये एआईबीए की […]
नई दिल्ली: भारत को बर्खास्त करने के अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ के फैसले के बाद अब आईबीएफ को नये सिरे से चुनाव कराने होंगे जिससे मौजूदा पदाधिकारी अभी तक बचते आये हैं.
एआईबीए का यह फैसला अभय चौटाला विरोधी गुट के लिये वरदान बनकर आया है जो नये महासंघ का हिस्सा बनने के लिये एआईबीए की अनुमति मांगेंगे. भारतीय मुक्केबाजी महासंघ को दिसंबर 2012 में निलंबित कर दिया गया था. उसे नये सिरे से चुनाव कराने के लिये कहा गया था क्योंकि एआईबीए का मानना है कि सितंबर में कराये गए चुनावों में धांधली हुई थी.
आईबीएफ अधिकारियों ने हालांकि एआईबीए की चेतावनी पर ध्यान नहीं दिया. उनका मानना था कि अध्यक्ष अभिषेक मटोरिया और महासचिव राजेश भंडारी को मान्यता मिल ही जायेगी. एआईबीए ने हालांकि अपना रुख तल्ख करते हुए मामला अपने हाथ में ले लिया और ‘‘मुक्केबाजी से प्यार करने वाले लोगों को नये राष्ट्रीय महासंघ के गठन के आवेदन जमा करने की अनुमति देने के लिये ’’ यह फैसला किया.
एक सूत्र ने बताया ,‘‘ भारत के सदस्यता अधिकार चले गए हैं. आईबीएफ का एआईबीए में कोई प्रतिनिधित्व नहीं होगा लेकिन अच्छी बात यह है कि एआईबीए ने खुद कदम उठाया है. अब बदलाव के इच्छुक लोगों और एआईबीए में सीधे संवाद होगा. इसके मायने हैं कि अब स्वच्छ छवि वाले पदाधिकारी पदभार संभालेंगे.’’