दिग्गज हॉकी खिलाड़ी बलवीर सिंह सीनियर की स्थिति में नहीं हुई है कोई सुधार, अब भी हैं वेंटीलेटर के सपोर्ट में
दिग्गज हॉकी खिलाड़ी बलवीर सिंह सीनियर की स्थिति अब भी गंभीर बनी हुई है. उन्होंने दो और कार्डिएक अरेस्ट का सामना किया है ये जानकारी मामा कबीर ने गुरुवार को दी.
दिग्गज हॉकी खिलाड़ी बलवीर सिंह सीनियर की स्थिति अब भी गंभीर बनी हुई है. उन्होंने दो और कार्डिएक अरेस्ट का सामना किया है ये जानकारी नाती कबीर ने गुरुवार को दी.
तीन बार ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता मंगलवार सुबह से ही वेंटीलेटर के सपोर्ट में हैं.
उनकी स्वास्थ्य के बारे में जानकारी देते हुए कबीर ने बताया कि उनकी हलात नहीं खराब हुई है लेकिन अब भी वो वेंटीलेटर के सपोर्ट में हैं और उनकी इलाज चल रही है. बलवीर सिंह जी अब भी अस्पताल के आईसीयू में है जहां पर डॉक्टर लगातार उनकी स्थिति ठीक करने में लगे हुए हैं.
आपको बता दें कि वो पिछले साल ही ब्रोन्कियल निमोनिया का इलाज कराए थे. पीजीआईएमईआर चंडीगढ़ अस्पताल से उन्हें 108 दिनों के बाद छुट्टी दी गयी थी.
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने भी कल उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना की थी. मुख्यमंत्री ने उन्हें टैग करते हुए ट्वीट किया था, ‘‘यह जानकर दुख हुआ कि बलबीर जी को आज दिल का दौरा पड़ा और वह वह गंभीर अवस्था में आईसीयू में हैं. आपके शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं. ”
बलबीर सीनियर को शुक्रवार को तबीयत बिगड़ने पर सेक्टर-36 स्थित उनके आवास से निजी अस्पताल ले जाया गया था. वह अपनी बेटी सुशबीर और कबीर के साथ रहते हैं.
इससे पहले मंगलवार को उनके नाती कबीर सिंह भोमिया उनके हालात पर जानकारी देते हुए कहै था कि नाना जी को आज सुबह नौ बजे दिल का दौरा पड़ा. उन्हें अभी मेडिकल आईसीयू में रखा गया है. कई अंगों के प्रभावित होने के कारण शुक्रवार आठ मई को उन्हें काफी गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
गौरतलब है कि उन्होंने लंदन (1948), हेलसिंकी (1952) और मेलबर्न (1956) ओलंपिक में भारत के स्वर्ण पदक जीतने में अहम भूमिका निभाई थी. हेलसिंकी ओलंपिक में नीदरलैंड के खिलाफ 6-1 से मिली जीत में उन्होंने पांच गोल किए थे और यह रिकार्ड अभी भी बरकरार है. वह 1975 विश्व कप विजेता भारतीय हॉकी टीम के मैनेजर भी रहे.