कोरोना वाइरस संकट के मद्देनजर फेस मास्क की कमी दूर करने के मकसद से अंतरराष्ट्रीय ताइक्वांडो स्वर्ण पदक विजेता भाई-बहन ने एक पहल की है और वे अपने दोस्तों के साथ मिलकर मास्क बना रहे हैं. अंतरराष्ट्रीय ताइक्वांडो बाल वर्ग में स्वर्ण पदक विजेताओं अंश श्रीवास्तव (11) और उसकी बहन आंशी श्रीवास्तव (13) ने हमउम्र चचेरे—ममेरे भाई—बहनों और दोस्तों के साथ मिलकर घर में ही फेस मास्क बनाना शुरू किया है.
बहराइच के अंश ने वर्ष 2016 में काठमांडू में हुई अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में ताइक्वांडो बाल वर्ग में स्वर्ण पदक और 2017 में भूटान में कांस्य पदक जीता था. अंश की बहन आंशी ने वर्ष 2016 में काठमांडू और 2017 में भूटान में स्वर्ण पदक जीतकर देश का नाम रोशन किया था. दोनों बच्चों को प्रधानमंत्री कार्यालय से प्रशस्ति पत्र भी मिल चुका है. अंश ने बताया कि उनका चार दिन में 500 मास्क बनाकर उन्हें मुफ्त बांटने का लक्ष्य है. सबसे अहम बात यह है कि इस काम में सामाजिक दूरी बनाए रखने का पूरा ख्याल रखा जा रहा है. उन्होंने बताया कि रविवार तक 100 मास्क बनाकर जरूरतमंदों को मुफ्त बांटे भी जा चुके हैं.
इस काम में उनके परिवार के अन्य बच्चे और दोस्त मदद कर रहे हैं. बच्चों ने बताया कि उन्हें यह सामाजिक कार्य करने की प्रेरणा अपने पिता आलोक श्रीवास्तव से मिली. आलोक भी राष्ट्रीय स्तर के निशानेबाज रह चुके हैं. भाजपा सांसद अक्षैवर लाल गोंड, विधायक सुरेश्वर सिंह और सुभाष त्रिपाठी ने कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई से जुड़ने के लिए पत्र लिखकर बच्चों के इस कार्य की सराहना की है.