Paris Olympics 2024: शार्पशूटर और राफेल जेट के साथ भारतीय फोर्स भी पेरिस में तैनात

Paris Olympics 2024 को शुरू होने में अब कुछ ही दिन शेष रह गए हैं. पेरिस ओलंपिक 2024 का आगाज 26 जुलाई से हो रहा है. इस ओलंपिक में देश और विदेश के कई एथलीट्स भाग ले रहे हैं. ऐसे में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पेरिस में सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त कर दी गई है. लगभग हर देश ने अपनी फोर्स यहां मदद के लिए भेजी है. 40 देशों से यहां फोर्स आए हैं. जिनकी संख्या लगभग 1900 के करीब है.

By Vaibhaw Vikram | July 22, 2024 11:01 AM

Paris Olympics 2024 को शुरू होने में अब कुछ ही दिन शेष रह गए हैं. पेरिस ओलंपिक 2024 का आगाज 26 जुलाई से हो रहा है. इस ओलंपिक में देश और विदेश के कई  एथलीट्स भाग ले रहे हैं. होने वाले खेल के महाकुंभ को ध्यान में रखते हुए पेरिस में सुरक्षा व्यवस्थाएं भी तगड़ी की गई हैं. खास बात ये हैं कि पेरिस में भारत करके भी फोर्स मौजूद रहेंगे. आपकी जानकारी के लिए बता दें, फ्रांस में 100 साल बाद ओलंपिक हो रहे हैं. पेरिस तीसरी बार ओलंपिक की मेजबानी करने वाला लंदन के बाद दूसरा शहर बनने जा रहा है. ऐसे में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पेरिस में सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त कर दी गई है. लगभग हर देश ने अपनी फोर्स यहां मदद के लिए भेजी है. 40 देशों से यहां फोर्स आए हैं. जिनकी संख्या लगभग 1900 के करीब है.

Paris Olympics 2024: भारतीय डॉग स्क्वॉड भी रहेगा मौजूद

पेरिस में ओलंपिक के दौरान भारत के डॉग स्क्वॉड भी मौजूद रहेंगे. भारत ने पेरिस में अपने इंडियन सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स और स्पेशल कमांडो यूनिट को भेजा है. ये कमांडो किसी भी परिस्थिति में आने वाले खतरे से निपटने के लिए महारत रखते हैं. इस बात की जानकारी तिब्बत सीमा पुलिस ने सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से दी है. आपकी जानकारी के लिए बता दें, पेरिस ओलंपिक 2024 में कुल 10 हजार 500 एथलीट हिस्सा लेंगे. इनके अलावा लाखों की संख्या में दर्शकों के आने की संभावना है. यही वजह भी है कि दूसरे विश्व युद्ध के बाद पहली बार पेरिस में सबसे ज्यादा फौजी तैनात किए गए. यहां इस समय हर जगह बंदूकधारी पुलिसवाले और फौजी ही नजर आ रहे हैं.

Paris Olympics 2024: 30 मिनट में कहीं भी पहुंच सकती है फोर्स

पुलिस और पैरामिलिट्री के 45 हजार सोल्जर तैनात किए गए हैं. इनके अलावा 10 हजार से ज्यादा सैनिकों ने मोर्चा संभाला है. ये सोल्जर 30 मिनट में किसी भी ओलंपिक वेन्यू पर पहुंचने के लिए तैयार रहेंगे. हवाई सुरक्षा में राफेल फाइटर जेट लगाए गए हैं. इनके अलावा एयरस्पेस मॉनिटरिंग AWACS सर्विलांस फ्लाइट, रीपर सर्विलांस ड्रोन, शार्प शूटर के साथ हेलीकॉप्टर और ड्रोन को मार गिराने वाली मशीनें भी तैनात हैं. सुरक्षा के मद्देनजर ओलंपिक के लिए अलग से नए वेन्यू नहीं बनाए गए हैं, बल्कि पुरानी और मशहूर जगहों को ही चुना गया है. इसी तरह से ओपनिंग सेरेमनी के लिए सीन नदी को चुना गया है. आयोजनकर्ताओं को साइबर अटैक का खतरा भी है. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का भी इस्तेमाल कर रहे हैं. इसके तहत लावारिस बैग मिलने या भीड़ बढ़ने जैसी स्थिति में वे मदद करेंगे.

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