भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) ने अभ्यास के लिए मानक संचालन प्रक्रिया की घोषणा की लेकिन यह नहीं बताया कि कोरोना वायरस महामारी के बीच अभ्यास कब बहाल होगा. इसके साथ ही संपर्क खेलों में ‘स्पारिंग’ (अभ्यास के साथी) के इस्तेमाल पर भी रोक लगा दी गई है. गृह मंत्रालय ने लॉकडाउन के चौथे चरण में खेल परिसरों और स्टेडियमों के इस्तेमाल की अनुमति दे दी है. साई ने हालांकि इन सवालों का जवाब नहीं दिया कि अभ्यास कब शुरू होगा.
साई सचिव रोहित भारद्वाज ने ऑनलाइन प्रेस कांफ्रेंस में कहा ,‘‘ अभ्यास की बहाली स्थानीय प्रशासन की सहमति पर निर्भर करेगी. ” उन्होंने कहा ,‘‘ हर इस्तेमाल के बाद अभ्यास के उपकरणों को संक्रमण रहित किया जाएगा, अभ्यास के साथी के इस्तेमाल पर रोक रहेगी और जिम का प्रयोग बारी बारी से किया जाएगा. ” गृह और खेल मंत्रालय से मंजूरी मिलने के बाद यह एसओपी जारी किया गया है. भारद्वाज की अगुवाई में छह सदस्यीय समिति ने प्रोटोकॉल की अध्यक्षता की.
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इसके तहत सभी खिलाड़ियों और स्टाफ के लिए आरोग्य सेतु का इस्तेमाल जरूरी रहेगा. इसके साथ ही सामाजिक दूरी के नियमों का कड़ाई से पालन करना होगा. खिलाड़ियों की सेहत को ध्यान में रखकर सफाई के चाक चौबंद उपाय किए जाएंगे. गौरतलब है कि सरकार ने खिलाड़ियों को बड़ी राहत देते हुए स्टेडियम और स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स को खोलने की अनुमति दे दी थी. जहां अब खिलाड़ी प्रैक्टिस कर सकेंगे. लेकिन वहां पर दर्शकों की आवाजाही पर पूर्णतः प्रतिबंध रहेगा. एमएचए द्वारा जारी किए गए नए दिशानिर्देशों का अर्थ यह भी है कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) अब इंडियन प्रीमियर लीग की मेजबानी के बारे में सोचना शुरू कर सकता है जिसे लॉकडाउन के बाद अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया था.