पेरिस ओलंपिक 2024 में 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम इवेंट में मनु भाकर के साथ कांस्य पदक जीतकर भारत को गौरवान्वित करने वाले निशानेबाज Sarabjot Singh को बड़ी पुरस्कार राशि और सरकारी नौकरी मिलने वाली थी. सरबजोत और मनु ने कांस्य पदक मैच में कोरिया गणराज्य के ओह ये जिन और वोनहो ली को 16-10 से हराकर पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत को दूसरा पदक दिलाया.
हरियाणा के अंबाला के रहने वाले सरबजोत को राज्य सरकार की ओर से 2.50 करोड़ रुपये का नकद इनाम और नौकरी मिलने वाली थी लेकिन सरबजोत सिंह ने मना कर दिया. हरियाणा के खेल राज्य मंत्री संजय सिंह ने द ट्रिब्यून को बताया, ‘परिवार की भूमिका सराहनीय है और हमें उम्मीद है कि सरबजोत भविष्य में भी देश के लिए और पदक जीतते रहेंगे. खेल नीति के अनुसार, उन्हें 2.50 करोड़ रुपये का नकद इनाम और सरकारी नौकरी मिलेगी.’
गुरुवार को भारत लौटे 22 वर्षीय निशानेबाज को देश लौटने पर पांच निशानेबाजों के साथ खेल मंत्री मनसुख मंडाविया ने नई दिल्ली में सम्मानित किया.
सरबजोत को युवा मामले और खेल मंत्रालय की नकद पुरस्कार योजना के तहत मंडाविया द्वारा 22.5 लाख रुपये का चेक प्रदान किया गया. इस कार्यक्रम में अर्जुन बाबूता, रमिता जिंदल, रिदम सांगवान, संदीप सिंह और अर्जुन सिंह चीमा के साथ-साथ उनके कोच सुमा शिरूर, समरेश जंग और सरबजोत के निजी कोच अभिषेक राणा के योगदान को भी सम्मानित किया गया.
कांस्य पदक विजेता सरबजोत 2019 से खेलो इंडिया छात्रवृत्ति एथलीट हैं. अर्जुन चीमा, रिदम सांगवान, अर्जुन बबूता और रमिता को भी इस योजना का लाभ मिला है, जो टारगेट ओलंपिक पोडियम योजना में परिवर्तित हो गए हैं.
Olympics 2024: Sarabjot Singh ने ठुकराई सरकारी नौकरी
हरियाणा सरकार द्वारा खेल विभाग में उपनिदेशक पद की पेशकश पर भारतीय निशानेबाज और ओलंपिक एथलीट सरबजोत सिंह कहते हैं, “नौकरी अच्छी है लेकिन मैं अभी यह नहीं करूंगा. मैं पहले अपनी शूटिंग पर काम करना चाहता हूं. मेरा परिवार भी मुझे अच्छी नौकरी करने के लिए कह रहा है लेकिन मैं शूटिंग करना चाहता हूं… मैं अपने द्वारा लिए गए कुछ फैसलों के खिलाफ नहीं जाना चाहता, इसलिए मैं अभी नौकरी नहीं कर सकता…’