Tokyo Olympic 2020 : किसी भी एथलीट के लिए ओलिंपिक मेडल जीतना सबसे बड़ा सपना होता है और जब यह सपना पूरा होता है, तो उस तमगे को खिलाड़ी हमेशा सीने से लगाकर रखना चाहता है. पर तोक्यो ओलिंपिक में सिल्वर मेडल जीतने वाली पोलैंड की एक एथलीट मारिया आंद्रेजेक ने बच्चे के इलाज के लिए इसे बेच दिया. पोलैंड की इस एथलीट मारिया ने यह कदम आठ महीने के एक मासूम बच्चे के लिए उठाया, जो दिल की गंभीर बीमारी से जूझ रहा है और उसे इलाज के लिए करीब तीन करोड़ रुपये की जरूरत थी.
बच्चे के माता-पिता ऑनलाइन फंड जमा करने का कैम्पेन चला रहे थे. वक्त तेजी से बीत रहा था, लेकिन परिवार आधी रकम ही जुटा पाया था, जब मारिया को इस बारे में पता चला तो वो बिना देर किए मदद के लिए आगे आयीं और फेसबुक पोस्ट के लिए ऐलान किया कि वो बच्चे की खातिर अपना मेडल नीलाम कर रही हैं.मेडल की बोली करीब 92.85 लाख रुपये लगी और इसे पोलैंड की सुपरमार्केट चेन जब्का पोल्स्का ने जीता.
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हालांकि जब उन्हें सच्चाई के बारे में पता चला, तो उन्होंने मेडल लौटा दिया. कंपनी के मालिक ने कहा कि हम मारिया के खूबसूरत और बेहद पवित्र काम से काफी प्रभावित हैं. हमने फैसला किया है कि ये सिल्वर मेडल जो उन्होंने तोक्यो में जीता है वह उनके पास ही रहेगा. हमें खुशी है कि हम इसमें सहयोग कर पाये. तोक्यो ओलिंपिक के पहले मारिया में 2018 में ओस्टेओमा के लक्षण पाये गये थे. यह एक बोन ट्यूमर है. हालांकि, 2019 में उनकी सर्जरी हुई और वे ठीक हो गयीं. ठीक होने के बाद ओलिंपिक में हिस्सा लिया और सिल्वर मेडल अपने नाम कर लिया.
मेडल सिर्फ एक वस्तु है, लेकिन ये दूसरों के लिए बहुत अहम साबित हो सकता है. इस सिल्वर को एक कोठरी में जमा करने के बजाय इससे किसी की जान बचायी जा सकती है, इसलिए इसे नीलाम करने का फैसला किया था. – मारिया आंद्रेजेक, पोलैंड की एथलीट