टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics 2020) के 8वें दिन भारतीय मुक्केबाजी के लिये शनिवार का दिन निराशाजनक रहा. जिसमें दुनिया के नंबर एक मुक्केबाज अमित पंघाल (52 किग्रा) और पूजा रानी (75 किग्रा) अपने-अपने प्रतिद्वंद्वी से हारकर ओलंपिक से बाहर हो गये हैं.
भारत की पदक उम्मीद मुक्केबाज पंघाल प्री क्वार्टर फाइनल में सुबह रियो ओलंपिक के रजत पदक विजेता कोलंबिया के युबेरजेन मार्तिनेज से 1-4 से हार गये. जबकि शाम के सत्र में पूजा क्वार्टरफाइनल में चीन की लि कियान से 0-5 से हार गयीं. कियान पूरे मुकाबले के दौरान रानी पर हावी रहीं.
रानी ने शुरुआती राउंड में थोड़ा बेहतर किया था लेकिन रिंग में कियान जवाबी हमलों में आक्रामक थीं और उन्होंने भारतीय मुक्केबाज की मुक्के जड़ने की कोशिशों को नाकाम कर दिया. चीन की शीर्ष स्तर की मुक्केबाज ने रानी के कमजोर डिफेंस का फायदा उठाया और अपना दूसरा ओलंपिक पदक पक्का कर लिया.
सुबह पहले ही दौर से कोलंबियाई मुक्केबाज ने पंघाल पर दबाव बना दिया, लेकिन पंघाल ने वापसी करके पहले तीन मिनट में 4-1 से जीत दर्ज की. एशियाई खेल 2018 में स्वर्ण पदक और विश्व चैम्पियनशिप 2019 में रजत पदक जीतने वाले पंघाल ने एशियाई खेलों में तीन बार पदक जीता है.
वहीं मार्तिनेज 2016 रियो ओलंपिक में लाइटफ्लायवेट में रजत पदक विजेता थे. भारत की लवलीना बोरगोहेन (69 किलो) ने शुक्रवार को सेमीफाइनल में पहुंचकर मुक्केबाजी में पदक पक्का कर लिया था.
Posted By – Arbind kumar mishra