Tokyo Olympics 2020 : निक्की प्रधान के पिता को उम्मीद गोल्ड जीतकर लौटेगी भारतीय महिला हॉकी टीम

टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics 2020) में ऑस्ट्रेलिया को 1-0 से रौंदकर भारतीय महिला हॉकी टीम (Indian womens hockey team) सेमीफाइनल में पहुंच गयी है. महिला टीम ओलंपिक इतिहास में पहली बार सेमीफाइनल में पहुंची है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 2, 2021 4:24 PM
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टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics 2020) में ऑस्ट्रेलिया को 1-0 से रौंदकर भारतीय महिला हॉकी टीम (Indian womens hockey team) सेमीफाइनल में पहुंच गयी है. महिला टीम ओलंपिक इतिहास में पहली बार सेमीफाइनल में पहुंची है.

इधर टीम इंडिया की जीत पर झारखंड की हॉकी खिलाड़ी और टीम की मिडफील्डर निक्की प्रधान (Nikki Pradhan) के पिता काफी खुश नजर आये. खूंटी के रहने वाले निक्की के पिता सोमा प्रधान ने कहा, उन्होंने भारत का मैच टीवी पर देखा. उन्हें उम्मीद है कि भारतीय टीम गोल्ड जीतकर भारत लौटेगी.

निक्की प्रधान के कोच ने कहा, भारतीय टीम गोल्ड की प्रबल दावेदार

निक्की प्रधान के बचपन के कोच दशरथ महतो ने भारत की जीत पर खुशी जतायी. उन्होंने कहा, भारतीय महिला हॉकी टीम इस समय काफी शानदार फॉर्म में है. जीत में सभी खिलाड़ियों का बराबर का योगदान रहा है. उन्होंने कहा, भारतीय टीम गोल्ड की प्रबल दावेदार है.

गौरतलब है कि ड्रैगफ्लिकर गुरजीत कौर के गोल और गोलकीपर सविता की अगुवाई में रक्षापंक्ति के बेहतरीन प्रदर्शन के दम पर भारतीय महिला हॉकी टीम ने टोक्यो ओलंपिक के क्वार्टर फाइनल में विश्व की नंबर दो ऑस्ट्रेलियाई टीम को 1-0 से हराया. इसके साथ ही महिला टीम पहली बार ओलंपिक सेमीफाइनल में प्रवेश करके नया इतिहास रचा.

भारतीय पुरुष हॉकी टीम के 41 वर्ष बाद सेमीफाइनल में जगह बनाने के बाद विश्व में नौवें नंबर की महिला टीम ने यह इतिहास रचा. सेमीफाइनल में भारतीय टीम का सामना बुधवार को अर्जेंटीना से होगा. गुरजीत ने 22वें मिनट में पेनल्टी कार्नर पर महत्वपूर्ण गोल दागा.

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एक गोल की बढ़त लेने के बाद भारतीय टीम ने गोल बचाने में लगाया जोर

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मुकाबले में भारतीय महिला टीम ने योजनाबद्ध तरिके से खेला. पहला गोल दागने के बाद भारतीय टीम ने पूरी ताकत गोल बचाने में लगा दी और सफल भी रहीं. ऑस्ट्रेलियाई टीम लगातार हमला करती रही और भारतीय टीम उसे नाकाम करने में लगी रही. इस दौरान गोलकीपर सविता ने बेहतरीन खेल दिखाया और बाकी रक्षकों ने उनका अच्छा साथ दिया.

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