GOLD मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा की तबीयत अचानक बिगड़ी, तीन दिनों से है बुखार

Tokyo Olympics: गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा टोक्यो ओलंपिक से लौटने के बाद अपने घर पहुंचे. जहां उनका भव्य स्वागत किया गया. पानीपत में अपने पैतृक गांव खंडरा में आयोजित अभिनंदन कार्यक्रम में भी नीरज ने हिस्सा लिया. कार्यक्रम के दौरान उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गयी और आनन-फानन में डॉक्टर को बुलाना पड़ा.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 17, 2021 6:15 PM
an image

Tokyo Olympics 2020 : गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा (Gold Medalist Neeraj Chopra) टोक्यो ओलंपिक से लौटने के बाद मंगलवार को पहली बार अपने घर पहुंचे. जहां उनका भव्य स्वागत किया गया. पानीपत में अपने पैतृक गांव खंडरा में आयोजित अभिनंदन कार्यक्रम में भी नीरज ने हिस्सा लिया. लेकिन कार्यक्रम के दौरान उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गयी और आनन-फानन में डॉक्टर को बुलाना पड़ा. परिजन दिल्ली में डॉक्टरों से संपर्क किया. हालांकि खबर ये भी है कि नीरज फिलहाल स्वस्थ्य हैं.

मालूम हो टोक्यो से लौटने के बाद नीरज को बुखार हो गया था, जिसके बाद उनका कोरोना आरटी-पीसीआर टेस्ट कराया, जिसमें उनकी रिपोर्ट निगेटिव आयी थी. उसके बाद नीरज दिल्ली में आयोजित स्वतंत्रता समारोह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आमंत्रण पर आयोजित भोज में भी हिस्सा लिया.

बताया जा रहा है कि पानीपत पहुंचने के बाद उनका भव्य स्वागत किया गया. उसके बाद उन्होंने गांव में ही आयोजित समारोह में हिस्सा लिया. जहां मंच में बैठे-बैठे उनकी तबीयत खराब हो गयी. उसके बाद उन्होंने अपने परिवार वालों को बुलाया, जिसके बाद उन्हें घर ले जाया गया. बाद में वहां के डीसी ने बताया कि नीरज फिलहाल ठीक हैं और डॉक्टर के संपर्क में हैं. उन्होंने बताया कि नीरज टोक्यो से लौटने के बाद लगातार कार्यक्रम में हिस्सा ले रहे हैं और पानीपत पहुंचने के बाद भी उन्हें आराम नहीं मिली, जिस कारण उनकी तबीयत खराब हुई. आराम करेंगे तो ठीक हो जाएंगे.

Also Read: Paralympics 2020: नीरज चोपड़ा से भी पहले इस एथलीट ने भारत को जैवलिन थ्रो में दिलाया GOLD, एक हाथ से रचा इतिहास

मालूम हो तीन दिन बुखार होने के कारण नीरज ने हरियाणा सरकार के कई कार्यक्रमों में हिस्सा नहीं लिया था. इधर पानीपत में भव्य स्वागत से खुश नीरज ने कहा, लोगों की दुआओं ने उन्हें गोल्ड जीतने की शक्ति प्रदान की.

उन्होंने कहा, इतना प्यार पाकर अच्छा लग रहा है. मुझे उम्मीद है कि भाला फेंक के लिए यह समर्थन और प्यार जारी रहेगा. उन्होंने आगे भी इसी तरह मेहनत करने का संकल्प लिया. उन्होंने कहा, यह पदक कई और बच्चों को प्रेरित करेगा जो खेल को आगे बढ़ाना चाहते हैं.

Exit mobile version