Tokyo Olympics: नीरज चोपड़ा को रह गया इस बात का मलाल,’फ्लाइंग सिख’ मिल्खा सिंह को समर्पित किया अपना गोल्ड मेडल
Neeraj Chopra win gold medal नीरज ने गोल्ड मेडल जीतकर फ्लाइंग सिख मिल्खा सिंह (Flying Sikh Milkha Singh) का सपना भी पूरा कर दिया है. नीरज ने अपना मेडल मिल्खा सिंह को समर्पित किया है.
नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) ने टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics) में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच डाला है. 87.58 मीटर भाला फेंककर उन्होंने गोल्ड पर कब्जा किया. इसके साथ ही नीरज ओलंपिक इतिहास में पहला मेडल जीतने वाले भारतीय एथलीट भी बन गये. नीरज ने गोल्ड मेडल जीतकर फ्लाइंग सिख मिल्खा सिंह (Flying Sikh Milkha Singh) का सपना भी पूरा कर दिया है. नीरज ने अपना मेडल मिल्खा सिंह को समर्पित किया है.
नीरज के गोल्ड मेडल जीतने के बाद पूरे देश में जश्न मनाया जा रहा है. उनके घर पर लोग ढोल-नगाड़ों के साथ जश्न मना रहे हैं. मेडल जीतने के बाद नीरज ने कहा, उन्होंने गोल्ड के बारे में कभी नहीं सोचा था. हालांकि उन्होंने अपना बेस्ट देने का पूरा संकल्प किया था. जिसे उन्होंने मैदान पर पूरा भी किया. नीरज ने कहा, मैं मिल्खा सिंह को अपना मेडल समर्पित करना चाहता हूं. हालांकि उन्होंने कहा, मेरा एक सपना पूरा नहीं हो पाया, वो मेडल के साथ मिल्खा सिंह से मिलना चाहते थे.
गौरतलब है कि स्टार एथलीट नीरज चोपड़ा ने टोक्यो ओलंपिक में शनिवार को भाला फेंक का स्वर्ण पदक अपने नाम करके भारत को ओलंपिक ट्रैक एवं फील्ड प्रतियोगिताओं में अब तक का पहला पदक दिलाकर नया इतिहास रचा. हरियाणा के खांद्रा गांव के एक किसान के बेटे 23 वर्षीय नीरज ने अपने दूसरे प्रयास में 87.58 मीटर भाला फेंककर दुनिया को स्तब्ध कर दिया और भारतीयों को जश्न में डुबा दिया.
एथलेटिक्स में पिछले 100 वर्षों से अधिक समय में भारत का यह पहला ओलंपिक पदक है. चोपड़ा शुरू से ही आत्मविश्वास से भरे हुए थे और किसी भी समय दबाव में नहीं दिखे. नीरज भारत की तरफ से व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीतने वाले दूसरे भारतीय खिलाड़ी हैं इससे पहले निशानेबाज अभिनव बिंद्रा ने बीजिंग ओलंपिक 2008 में पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल में स्वर्ण पदक जीता था. भारत का यह वर्तमान ओलंपिक खेलों में सातवां पदक है जो कि रिकार्ड है. इससे पहले भारत ने लंदन ओलंपिक 2012 में छह पदक जीते थे.