Tokyo Paralympics: नोएडा के डीएम सुहास यथिराज ने कराई भारत की ‘चांदी’, सिल्वर मेडल जीत रचा इतिहास
Tokyo Paralympics 2020: बता दें कि पहले दो मैचों को 20 मिनट से भी कम समय में अपने नाम करने वाले सुहास ने सेमीफाइनल में इंडोनेशिया के फ्रेडी सेतियावान को 31 मिनट में 219, 21 -15 से हराया.
Tokyo Paralympics 2020: तोक्यो पैरालिंपिक में भारत ने शनिवार को शानदार प्रदर्शन को आज भी बरकरार रखा है. भारत के पैरा एथलीट और नोएडा के डीएम सुहास यथिराज (IAS Officer Suhas Yathiraj) ने रविवार को भारत को पहला पदक दिलाया. सुहास यतिराज ने सिल्वर मेडल अपने नाम किया. गोल्ड मेडल मैच में फ्रांस के खिलाड़ी ने बेहद कड़े मुकाबले में सुहास को हराया. गोल्ड मेडल के लिए फ्रांस के लुकास मजूर के साथ उनका रोमांचक और तगड़ा मैच हुआ, जिसमें उन्हें 21-15, 17-21, 15-21 से हार का सामना करना पड़ा.
Tokyo Paralympics, Badminton Men's Singles SL4: Noida DM Suhas L Yathiraj loses to France's Lucas Mazur, bags silver pic.twitter.com/0ofGdDrzMd
— ANI (@ANI) September 5, 2021
इसी के साथ गौतम बुद्ध नगर (नोएडा) के 38 वर्षीय जिलाधिकारी (डीएम) पैरालिंपिक में पदक जीतने वाले पहले आईएएस अधिकारी के रूप में इतिहास बना लिया है. बता दें कि शनिवार को सेमीफाइनल में जीत दर्ज करने से पहले यहां ग्रुप चरण तीन मैच खेले हैं. ग्रुप चरण के एक मुकाबले को छोड़कर अब तक खेले तीनों मैचों में उनका प्रदर्शन दबदबा वाला रहा. बता दें कि शनिवार को दुनिया के नंबर 1 खिलाड़ी प्रमोद भगत ने गोल्ड जीता था. बैडमिंटन इस साल पैरालिंपिक खेलों में पदार्पण कर रहा है. दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी भगत इस तरह खेल में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय बन गये.
शीर्ष वरीय भारतीय और एशियाई चैंपियन भगत ने योयोगी नेशनल स्टेडियम में 45 मिनट तक चले रोमांचक फाइनल में दूसरे वरीय बेथेल को 21-14, 21-17 से मात दी. वहीं शनिवार भारत के लिए शानदार रहा. भारत ने दो स्वर्ण समेत चार मेडल जीते. दिन की शुरुआत में ही भारत की झोली में निशानेबाजी से दो पदक आये. पुरुषों की 50 मीटर पिस्टल स्पर्धा एसएच-1 स्पर्धा में मनीष ने गोल्ड मेडल जीता, जबकि इसी स्पर्धा में सिंहराज अडाना ने बेहतरीन निशाना साधते हुए रजत पदक पर कब्जा किया. यह सिंहराज का तोक्यो पैरालिंपिक में दूसरा पदक है. वहीं बैडमिंटन में प्रमोद भगत ने पुरुष सिंगल्स एसएल-3 स्पर्धा का गोल्ड, तो मनोज सरकार ने कांस्य पदक पर कब्जा जमाया.