नयी दिल्ली : क्रिकेट में एक बार फिर से ‘मांकडिंग’ की चर्चा तेज हो गयी है. आर अश्विन और रिकी पोंटिंग के साथ-साथ ऑरोन फिंच भी खबरों में आ गये हैं. दरअसल क्रिकेट को जेंटलमैन का खेल माना जाता है और इसमें जब भी मांकडिंग की बात सामने आती है, तो विवाद भी काफी बढ़ जाता है. अब सवाल उठता है कि आखिर मांकडिंग क्या है और इसका संबंध आर अश्विन से क्या है. अश्विन के साथ-साथ भारत के पूर्व क्रिकेटर की भी चर्चा होने लगती है, जब भी बात मांकडिंग की होती है.
दुबई में सोमवार को दिल्ली कैपिटल्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के बीच रोमांचक मुकाबला खेला गया. उस मैच में ऑफ स्पिनर आर अश्विन ने बेंगलुरु के खिलाफ मैच में ऑरोन फिंच को रन आउट से बख्श दिया. उस मैच में आरसीबी के सलामी बल्लेबाज फिंच क्रीज से काफी बाहर थे लेकिन अश्विन ने गिल्लियां बिखेरने की बजाय उन्हें बस चेतावनी दी. इस घटना के बाद मांकडिंग की चर्चा होने लगी.
दरअसल अश्विन पहली बार मांकडिंग को चर्चा में नहीं हैं, इससे पहले भी आईपीएल में इसको लेकर यह दिग्गज स्पिनर चर्चा में रहा है. दरअसल पिछले साल 2019 आईपीएल में अश्विन विवादों के घेरे में आ गए थे जब उन्होंने जोस बटलर को मांकडिंग रन आउट किया था. उस समय कई क्रिकेटरों ने इसे खेलभावना के विपरीत बताया था. अश्विन जब किंग्स इलेवन पंजाब से दिल्ली टीम में आये , तब पोंटिंग ने कहा था कि वह अश्विन को इस तरह से बल्लेबाज को आउट नहीं करने देंगे. पोंटिंग और अश्विन ने यूएई में इस पर बात भी की.
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दरअसल मैच के दौरान नॉन स्ट्राइकर एंड पर खड़ा बल्लेबाज गेंदबाज के हाथ से बॉल छूटने से पहले ही क्रीज से बाहर निकल जाता है और गेंदबाज गेंद न फेंक कर नॉन स्ट्राइकर एंड की गिल्लियां बिखेर देता है, तो इसे ही मांकडिंग कहा जाता है. इस स्थिति में नॉन स्ट्राइकर एंड पर खड़ा बल्लेबाज आउट हो जाता है और बॉल काउंट नहीं होता है.
दरअसल मांकडिंग की बात हो और वीनू मांकड़ की चर्चा न हो ऐसा हो नहीं सकता है. दरअसल वीनू मांकड 13 दिसंबर 1947 को पहली बार ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज बिल ब्राउन को मांकडिंग रन आउट किया था. ऑस्ट्रेलिया एकादश के खिलाफ मैच में मांकड ने दो बार ब्राउन को ऐसे ही रन आउट किया था. उस घटना के बाद जब भी बात मांकडिंग की होती है, वीनू मांकड़ चर्चा में आ जाते हैं.
Posted By – Arbind Kumar Mishra