Wimbledon 2021 : एशले बार्टी ने प्लिस्कोवा को हराकर जीता महिला एकल का खिताब, दूसरे ग्रैंडस्लैम पर किया कब्जा
Wimbledon 2021 : ऑस्ट्रेलिया की शीर्ष वरीय एशले बार्टी (Ash Barty) ने शनिवार को चेक गणराज्य की कैरोलिना प्लिस्कोवा (Karolina Pliskova) को हराकर महिला एकल का खिताब अपने नाम कर लिया. बार्टी ने फाइनल में कैरोलिना प्लिस्कोवा को 6-3, 6-7, 6-3 से हराया. इसी के साथ बार्टी ने दूसरे ग्रैंडस्लैम (second grand slam) पर भी कब्जा कर कर लिया. इससे पहले बार्टी ने 2019 में भी खिताब अपने नाम किया था.
Wimbledon 2021 : ऑस्ट्रेलिया की शीर्ष वरीय एशले बार्टी (Ash Barty) ने शनिवार को चेक गणराज्य की कैरोलिना प्लिस्कोवा (Karolina Pliskova) को हराकर महिला एकल का खिताब अपने नाम कर लिया. बार्टी ने फाइनल में कैरोलिना प्लिस्कोवा को 6-3, 6-7, 6-3 से हराया. इसी के साथ बार्टी ने दूसरे ग्रैंडस्लैम (second grand slam) पर भी कब्जा कर कर लिया. इससे पहले बार्टी ने 2019 में भी खिताब अपने नाम किया था.
इसके अलावा इवोने गूलागोंग (Goolagong Cawley) के 1980 में ऑल इंग्लैंड क्लब में खिताब जीतने के बाद वह यहां ट्रॉफी हासिल करने वाली पहली ऑस्ट्रेलियाई महिला हैं. बार्टी ने कहा कि उन्हें गूलागोंग से काफी प्रेरणा मिली हैं. उन्होंने विम्बलडन में वैसी ही ड्रेस पहनी जैसी गूलागोंग ने 1971 में पहली बार टूर्नामेंट जीतने के दौरान पहनी थी.
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— Wimbledon (@Wimbledon) July 10, 2021
पच्चीस वर्षीय बार्टी एक दशक पहले विम्बलडन में जूनियर चैम्पियन रही थीं और फिर उन्होंने थकान की वजह से 2014 में करीब दो साल के लिये टेनिस टूर से दूर रहने का फैसला किया था. उन्होंने अपने देश में पेशेवर क्रिकेट खेलना शुरू किया और फिर आखिर में अपने खेल में वापसी करने का फैसला किया जो अच्छा ही रहा.
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बार्टी 8वीं वरीयता प्राप्त प्लिस्कोवा के खिलाफ प्रत्येक सेट की शुरुआत में सर्वश्रेष्ठ दिख रही थीं. लेकिन लगातार फोरहैंड पर उनकी सर्विस टूटी और टाईब्रेकर में वह डबल फाल्ट से यह दूसरा सेट गंवा बैठीं. तीसरे सेट में हालांक बार्टी ने 3-0 से बढ़त बना ली और इसी लय में आगे बढ़ती गयीं.
2012 के बाद यह पहला विम्बलडन महिला फाइनल है जिसका नतीजा तीन सेट में निकला. साथ ही 1977 के बाद ऐसा पहली बार है जब फाइनल की दोनों प्रतिभागी आल इंग्लैंड क्लब में खिताबी भिड़ंत तक का सफर तय करने में सफल हुई हों. बार्टी और प्लिस्कोवा इससे पहले ग्रास कोर्ट मेजर में चौथे दौर से आगे नहीं पहुंच सकी थीं.