WWE: हाथ पर राम का नाम, ललाट पर भस्म का त्रिपुंड लगा कर रेसलर ‘वीर महान’ दे रहे पटखनी
चार अप्रैल, 2022 को डब्ल्यूडब्ल्यूइ में वीर महान ने कदम रखा था और इस मुकेबले में रे और डोमिनिक मिस्ट्रियो की पिता-पुत्र की जोड़ी को पछाड़ दिया था, तब से भारतीयों की बीच इनकी लोकप्रियता तेजी से बढ़ रही है.
भुजाओं पर राम का नाम, काली आंखें, लंबी दाढ़ी और माथे पर चंदन का टीका, गले में रुद्राक्ष की माला और काले कपड़े में रिंग पर विरोधियों को पटखनी देता नया रेसलर रिंकू सिंह राजपूत उर्फ वीर महान भारतीयों के बीच चर्चे का केंद्र बना हुआ है. छाती पर बड़े-बड़े अंक्षरों में लिखा ‘मां’डब्ल्यूडब्ल्यूइ के रिंग में भारतीय लुक और स्टाइल लोगों को आकर्षित कर रहा है.
चार अप्रैल, 2022 को डब्ल्यूडब्ल्यूइ में वीर महान ने कदम रखा था और इस मुकेबले में रे और डोमिनिक मिस्ट्रियो की पिता-पुत्र की जोड़ी को पछाड़ दिया था, तब से भारतीयों की बीच इनकी लोकप्रियता तेजी से बढ़ रही है.
रिंकू का संघर्षपूर्ण रहा भालाफेंक से लेकर डब्ल्यूडब्ल्यूइ तक का सफर
बेसबॉल में 2009 से लेकर 2016 तक दुनियाभर के कई लीग में हिस्सा लिया, 2018 में पेशेवर रेसलिंग में रखा था कदम
वीर महान का असली नाम रिंकू सिंह राजपूत है, जो उत्तर प्रदेश के संत रविदास नगर जिले के गोपीगंज में 8 अगस्त 1988 को पैदा हुए थे. पिता ट्रक चालक थे. बचपन में पहलवानी भी करते थे. स्कूल के दिनों में रिंकू सिंह भाला फेंका करते थे. उन्हें भाला फेंक में जूनियर नेशनल में पदक भी मिला है. 2008 में रिंकू ने द मिलियन डॉलर आर्म नाम के भारतीय रियलटी टीवी शो में भी हिस्सा लिया.
इस शो में तेज बेसबॉल फेंकने वाले खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था और टैलेंट शो जीत लिया था. रिंकू सिंह ने इस शो में 87 मील प्रतिघंटे यानी 140 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बेस बॉल फेंकी थी. इसके बाद अमेरिका चले गये और अलग-अलग बेसबॉल टीमों में हिस्सा लिया. पीटर्सबर्ग पाइरेट्स के साथ हुआ. 2009 से लेकर 2016 तक कई लीग में हिस्सा लिया.
2018 में पेशेवर रेसलिंग की तरफ ध्यान देना शुरू किया. 2018 में डब्ल्यूडब्ल्यूइ के साथ करार किया. भारतीय खिलाड़ी सौरव गुर्जर के साथ मिलकर ‘द इंडस शेर’ नाम की टीम बनायी. 2021 में वीर कई कारणों की वजह से टीम से अलग हो गये. उन्होंने स्वतंत्र रेसलर के तौर पर डब्ल्यूडब्ल्यूइ रॉ के साथ करार किया. उन्होंने नाम वीर महान रखा.