WTC Final: लगातार दूसरी बार खिताबी मुकाबले में भारत को मिली हार, जानिए क्या रहे इस शिकस्त के 5 बड़े कारण
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 209 रनों से मात देने के साथ खिताब को अपने कर लिया है. ऐसे में आज हम आपको बताएंगे कि टीम इंडिया के हार के क्या रहे 5 बड़े कारण.
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 209 रनों से मात देने के साथ खिताब को अपने कर लिया है. इस ऐतिहासिक मुकाबले में भारतीय टीम को को 444 रनों का बड़ा लक्ष्य मिला था. इस लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम 234 रनों पर सिमट गई और खिताब हार गई. भारतीय टीम इस मुकाबले में हर डिपार्टमेंट में फेल नजर आई. ऐसे में आज हम आपको टीम इंडिया के इस खिताबी हार के 5 बड़े कारण के बारे में बताएंगे.
भारत के हार के क्या रहे 5 बड़े कारण
पहले बॉलिंग करने का फैसला
भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने खिताबी मुकाबले में टॉस जीतकर पहले बॉलिंग करने का फैसला किया. रोहित शर्मा का यह फैसला भारत को काफी भारी पड़ा और ऑस्ट्रेलियाई टीम ने पहली पारी में 469 रनों का स्कोर टांग दिया. रोहित को उम्मीद थी कि भारतीय गेंदबाज ओवल में प्रभावी साबित होंगे हालांकि ऐसा नहीं हुआ और कंगारू टीम के बैट्समैन ने टीम इंडिया के गेंदबाजों की जमकर खबर ली.
अश्विन को प्लेइंग 11 में न रखना
रोहित शर्मा ने इस खिताबी मुकाबले में वर्ल्ड के नंबर 1 और भारत के दिग्गज स्पिनर आर अश्विन को प्लेइंग 11 में शामिल नहीं किया था. रोहित का यह फैसला टीम को बहुत भारी पड़ा. ओवल की पिच पर दूसरे दिन से ही अच्छी टर्न देखने को मिली पर अश्विन के न होने के कारण ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने इसका जमकर फायदा उठाया और भारतीय तेज गेंदबाजी पर खूब रन बनाए.
टॉप ऑर्डर का फेल होना
भारतीय टीम के टॉप ऑर्डर इस मुकाबले में बुरी तरह से फ्लॉप नजर आया. टीम के लिए रोहित शर्मा, शुभमन गिल, विराट कोहली और चेतेश्वर पुजारा कोई भी बड़ा स्कोर बनाने में कामयाब नहीं हो पाए. भारत के हार का यह एक बड़ा कारण में से एक रहा.
स्टीव स्मिथ और हेड को आउट न कर पाना
भारतीय टीम के लिए इस मैच में सबसे बड़ी मुसीबत ट्रैविस हेड और स्टीव स्मिथ बने. दोनों बल्लेबाजों ने फाइनल मुकाबले की पहली पारी में भारतीय गेंदबाजों की जमकर खबर ली. हेड (163) ने जहां इतिहास रचते हुए डब्ल्यूटीसी फाइनल का पहला शतक लगाया वहीं स्मिथ का बल्ला भारत के खिलाफ हमेशा की तरह फिर से चला और उन्होंने पहली पारी शानदार 121 रनों की शतकीय पारी खेली.
आईपीएल के माइंडसेट से पूरी तरह से बाहर नहीं आ पाना
भारतीय टीम का हार का एक बड़ा कारण आईपीएल भी रहा. दरअसल, टीम के ज्यादातर खिलाड़ी आईपीएल के ठीक बाद डब्ल्यूटीसी फाइनल खेलने इंग्लैंड पहुंचे थे. उनके खेल को देखते हुए साफतौर ऐसा लग रहा था कि वह अभी आईपीएल के माइंडसेट से पूरी तरह से निकल नहीं पाए थे. वहीं लगातार 2 महीने तक लीग खेलने के बाद खिलाड़ी थकान से भी पूरी तरह से नहीं निकल पाए थे. ऐसे में इतने बड़े टूर्नामेंट में सीधे उतरना टीम इंडिया पर भारी पड़ा.
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