पाकिस्तान के दिग्गज क्रिकेटर वसीम अकरम (Wasim Akram) ने सोमवार को कहा कि भारतीय तेज गेंदबाजों को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बुधवार से शुरू होने वाले विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC Final) फाइनल में नई गेंद हाथ में आने पर बहकना नहीं चाहिए और सफलता हासिल करने के लिए धैर्य बरतना चाहिए.विश्व की नंबर एक टीम भारत और दूसरे स्थान की टीम ऑस्ट्रेलिया सात जून से ओवल में डब्ल्यूटीसी फाइनल में एक दूसरे का सामना करेंगे.
अकरम को उम्मीद है कि मोहम्मद शमी और मोहम्मद सिराज जैसे भारतीय तेज गेंदबाज मैदान पर समझदारी भरी रणनीति अपनाएंगे.आईसीसी के अनुसार अकरम ने कहा, ‘ भारतीय गेंदबाज काफी अनुभवी है और उन्हें (नई गेंद हाथ में आने पर) बहकना नहीं चाहिए. हम सभी जानते हैं कि 10 से 15 ओवर तक गेंद स्विंग करती है इसलिए एक तेज गेंदबाज के रूप में पहले 10 से 15 ओवर में अतिरिक्त रन नहीं लुटाएं.’ उन्होंने कहा,‘ यदि शुरुआत में थोड़ा उछाल मिलती है तो उत्साहित होने की जरूरत नहीं है क्योंकि ऑस्ट्रेलियाई यही चाहते हैं.’
इंग्लैंड के पूर्व दिग्गज स्पिनर मोंटी पनेसर ने पीटीआई से कहा,‘ यह ऐसी पिच है जिस पर आप दो स्पिनरों के साथ उतरना चाहेंगे. गेंद टर्न लेती है तो स्पिनरों को भी उछाल मिलेगी. मेरा मानना है कि विकेट सपाट होगी और ऐसे में दो स्पिनरों के साथ खेलने पर भारत को मदद मिलेगी. हमने देखा है कि आस्ट्रेलिया को स्पिनरों के खिलाफ काफी दिक्कत होती है, खासकर भारतीय स्पिनरों के खिलाफ.’
पनेसर का मानना है कि भारत के लिये एक्स फैक्टर ससेक्स के कप्तान चेतेश्वर पुजारा होंगे. उन्होंने कहा,‘ भारतीय शीर्षक्रम फॉर्म में है. यहां के हालात वानखेड़े स्टेडियम के समान है. मेरे हिसाब से एक्स फैक्टर पुजारा होगा क्योंकि उसने ससेक्स के लिये काउंटी क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन किया है. वह बल्लेबाजी का सूत्रधार हो सकता है. उसका डिफेंस जबर्दस्त है और वह पिच सपाट होने पर आस्ट्रेलियाई गेंदबाजों का सामना बखूबी कर सकता है.’