कांग्रेस विधायकों ने कहा, चारों मंत्री बदलें, वरना विधानसभा नहीं जायेंगे

चंपाई सोरेन सरकार के कैबिनेट विस्तार के साथ ही कांग्रेस के विधायकों के सुर बगावती हो गये हैं. लातेहार से झामुमो विधायक बैजनाथ राम का पत्ता कांग्रेस विधायकों की नाराजगी के बाद कट गया. इससे वह भी नाराज हैं. कैबिनेट बंटवारे में कांग्रेस ने पुराने चेहरों को ही मंत्री बनाया है. इसके बाद पार्टी के […]

By Sameer Oraon | February 16, 2024 11:56 PM

चंपाई सोरेन सरकार के कैबिनेट विस्तार के साथ ही कांग्रेस के विधायकों के सुर बगावती हो गये हैं. लातेहार से झामुमो विधायक बैजनाथ राम का पत्ता कांग्रेस विधायकों की नाराजगी के बाद कट गया. इससे वह भी नाराज हैं. कैबिनेट बंटवारे में कांग्रेस ने पुराने चेहरों को ही मंत्री बनाया है. इसके बाद पार्टी के अंदर भूचाल आ गया. कांग्रेस के 12 विधायकों ने गुट बना कर विरोध कर दिया है. विधायकों ने प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर को ज्ञापन देते हुए दो टूक कहा : सभी चारों मंत्री बदलें, नहीं तो वे विधानसभा सत्र में नहीं जायेंगे. बजट सत्र से पहले फैसला पार्टी ले, नहीं तो राज्य से बाहर निकल जायेंगे.इधर, बैजनाथ राम का नाम मंत्री पद के लिए राजभवन भेजा गया था. वह राजभवन के लिए निकल भी गये थे. इसके बाद सूचना मिली कि उन्हें शपथ नहीं लेना है. वह बीच रास्ते से ही लौट गये. इसके बाद बैजनाथ राम ने पार्टी के खिलाफ ही बगावत कर दी है. बैजनाथ राम ने कहा : राजभवन से नाम आने के बाद अंतिम समय में मुझे मंत्री पद की शपथ लेने से रोक दिया गया. यह अपमानजनक है. मैंने मुख्यमंत्री को बता दिया है. दो दिनों के अंदर अगर पार्टी ने उचित निर्णय नहीं लिया, तो बड़ा कदम उठायेंगे. श्री राम ने कहा कि कैबिनेट में अनुसूचित जाति से एक भी मंत्री का नहीं होना दुर्भाग्यपूर्ण है. पार्टी ने फैसला नहीं बदला, तो मैं अकेले भी चलने को तैयार हूं.

कांग्रेस विधायकों ने प्रभारी व अध्यक्ष को अवगत कराया

कांग्रेस विधायकों ने प्रभारी गुलाम अहमद मीर और प्रदेश अध्यक्ष श्री ठाकुर से कहा कि हम लोगों ने चार साल झेला है. भाजपा के समर्थन में बात करनेवालों को मंत्री बनाया जा रहा है. ऐसा नहीं चलने देंगे. विधायक भूषण बाड़ा, अनूप सिंह, दीपिका पांडेय, अंबा प्रसाद, इरफान अंसारी, उमाशंकर अकेला, शिल्पी नेहा तिर्की, राजेश कच्छप, रामचंद्र सिंह, नमन विक्सल कोंगाड़ी इस गुट में हैं. इससे पहले नाराज विधायकों को प्रभारी श्री मीर ने समझाया. इसके बाद विधायक शपथ ग्रहण समारोह में गये. लौटने पर फिर कहा, उनकी नाराजगी बरकरार है. श्री मीर ने कहा कि विधायकों की नाराजगी जायज है. ये अपने क्षेत्र को लेकर चिंतित हैं.

विधायकों ने प्रभारी व अध्यक्ष से ये कहा :

मंत्री फोन तक नहीं उठाते, चार साल इनका काम देखा है.मंत्री फोन तक नहीं उठाते, चार साल इनका काम देखा है.हम क्षेत्र में क्या मुंह लेकर जायेंगे, सरकार में रहते हुए मंत्रियों ने कोई काम नहीं कियामंत्री बाबूलाल मरांडी के समर्थन में बयान देते हैं. 12वां मंत्री कांग्रेस कोटे से बनाया जाये.पार्टी में एक व्यक्ति, एक पद हो.

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