बिहार: सुपौल में चूल्हे की चिंगारी ने 100 से अधिक घरों को जलाया, अभी भी अपने लापता बेटे को ढूंढ रही मां
बिहार के सुपौल में एक घर में चूल्हे की चिंगारी से निकली आग ने करीब 100 घरों को आग के हवाले कर दिया.
सुपौल के भपटियाही थाना क्षेत्र के सरायगढ़ पंचायत के चिकनी गांव के वार्ड नंबर आठ में गुरुवार को भीषण अगलगी की घटना में पूर्वी कोसी तटबंध के 36.40 किलोमीटर के किनारे बसे बनैनिया पंचायत के बाढ़ से विस्थापित परिवारों के लगभग 100 से अधिक फूस और चदरा की झोपड़ी जलकर राख हो गई. घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि मो तसलीम के घर में दोपहर का भोजन बना रहा था. इसी क्रम में चूल्हे की चिंगारी से मो तसलीम के फूस की झोपड़ी में आग लग गई. आग लगने के बाद पछिया हवा चलने के कारण देखते ही देखते पूरी बस्ती में आग फैल गई. स्थानीय लोगों द्वारा आग पर काबू पाने का बहुत प्रयास किया गया. लेकिन लोगों का प्रयास असफल रहा.
करीब दो घंटे के बाद आग पर पाया गया काबू
अगलगी की घटना की सूचना अंचल कार्यालय और भपटियाही थाना पुलिस को भी दी गई. अधिकारियों द्वारा भीषण अगलगी के घटना की सूचना अग्निशमन विभाग सुपौल को दी गई. सुपौल से चार दमकल गाड़ी को आग बुझाने के लिए भेजा गया. इसके बाद करीब 02 घंटे के कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया. अगलगी की घटना में लोगों के घरों में रखें कई गैस सिलेंडर भी ब्लास्ट कर गये. वहीं पीड़ित परिवारों के दर्जनों गाय, बकरी, अनाज, कपड़ा, बर्तन, बाइक, साइकिल सहित घरेलू सामग्री जलकर रख हो गये.
सड़क पर सामान रखने लगे घरवाले
आग से बचने के लिए कुछ लोग अपने सामानों घर से निकालने में सफल रहे. लोग आनन-फानन में अपने घरेलू सामान एनएच 57 पर ही रख दिए. जिसके कारण करीब 02 घंटे तक एनएच 57 का एक साइड वनवे हो गया. जिससे छोटे बड़े वाहन को परिचालन में भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा.
100 से अधिक घर-झोपड़ी जली..
इधर घटना की सूचना पर घटना स्थल पर पहुंचे राजस्व पदाधिकारी राकेश रंजन ने बताया कि बनैनिया पंचायत के लगभग पांच दर्जन से अधिक लोगों के 100 फूस और टीना की झोपड़ी जलने की जानकारी ग्रामीणों द्वारा दी जा रही है. राजस्व कर्मचारी के माध्यम से पीड़ित परिवारों के अगलगी की घटना में जले हुए घरों की संख्या की जांच कर सरकारी स्तर पर सूखा राशन, पॉलीथिन और नगद राशि उपलब्ध करा दी जाएगी.
घटना के बाद से गायब बेटे को ढूंढ रही मां..
अगलगी की घटना के बाद स्थानीय लोगों व जनप्रतिनिधियों ने बताया कि भीषण अगलगी की घटना में लगभग एक करोड़ से अधिक की संपत्ति जलकर राख हो गयी है. पंचायत जनप्रतिनिधियों ने जिला प्रशासन से पीड़ित परिवारों के लिए सरकारी स्तर पर सुविधा उपलब्ध कराने की मांग की. अगलगी की घटना में पीड़ित सदरुल निशा ने बताया की उसके 08 वर्षीय पुत्र के अगलगी घटना के समय से ही गायब है. जिसको लेकर सदरुल निशा का रो-रो कर बुरा हाल बना हुआ है. स्थानीय लोगों द्वारा उसके पुत्र की खोजबीन की जा रही है.