पटना : नीतीश कुमार सरकार के विश्वास मत हासिल करने के बाद विपक्ष के नेता व पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि इस 28 साल के युवक ने आरएसएस-बीजेपी के सामने घुटने नहीं टेके, लेकिन राजनीति के एक मंझे व अनुभवी खिलाड़ी ने घुटने टेक दिये. उन्होंने कहा कि राजद, कांग्रेस, माले ने सरकार के खिलाफ वोट दिया.
तेजस्वी यादव ने कहा किजनादेश महागंठबंधन को मिला था. पिछड़ा, अति पिछड़ा, दलित व प्रगतिशील लोगों ने वोट दिया था. बिहार की महान जनता ने जनादेश महागंठबंधन के नाम पर दिय था.लेकिन, नीतीश जी आरएसएस की गोद में जाकर बैठ गयेहैं, इससे बिहार की जनता ठगा हुआ महसूस कर रही है. आज वे लोग अपमानित महसूस कर रहे हैं. जिस तरह ये लोग बीजेपी की गोद में चले गये, आज मैंने अपने भाषण में इतने सवाल पूछे, उसका न तो नीतीश कुमार के पास और न ही बीजेपी के पास कोई जवाब था.
तेजस्वी यादव ने कहा कि पहले एक माहौल बनाया गया कि तेजस्वी पर आरोप लगाओ, इस्तीफा का दबाव बनाओ. लोक धारणा बनाने के लिए ऐसा किया.उन्होंने सवाल पूछा कि आठ-नौ महीने से यह ड्रामा क्यों किया? चार साल में चार सरकार क्यों बनायी. अधिकारी कन्यफ्यूजन में रहते हैं, काम नहीं कर पाते हैं. चार साल में चार सरकारें व्यक्ति विशेष के कारण बनी.इतनी सरकार बनने का दोष किस पर था नीतीश कुमार पर, भाजपा पर, राजद पर, मांझी जी पर या किसी अौर पर?
तेजस्वी यादव ने कहा कि हमलोगों ने अध्यक्ष जी से गुप्त मतदान की मांग की थी. गवर्नर साहब से हमने मांग की थी उन्होंने कहा था कि अब दोबारा नहीं हो सकता है. तेजस्वी यादव ने कहा कि सिंगल लार्जेस्ट पार्टी होने के कारण हमारा हक था सरकार गठन के मौके का. लेकिन हड़बड़ में सुबह दस बजेशपथ ग्रहण करवाया गया. नीतीश कुमार के दबाव के कारण व जदयू ने विधायकों को जिस तरह कैद कर रखा गया था, इसलिए हमने गुप्त मतदान की मांग की थी. बिहार की जनता को इन्होंने अपमानित किया था.तेजस्वी यादव ने कहा कि जनता के बीच जायेंगे, सबकुछ बतायेंगे.तेजस्वी यादव ने कहा कि 28 सालके युवक ने आरएसएस-बीजेपी के सामने घुटने नहीं टेके और एक मंझे राजनीतिक खिलाड़ी ने आरएसएस-बीजेपी के सामने घुटने टेक दिये.